एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) का सुपर फोर मुकाबला मैदान पर हर चौका-छक्का तालियों और हूटिंग के बीच गूंज रहा था। पाकिस्तान के ओपनर साहिबजादा फ़रहान (Sahibzada Farhan) ने शानदार अर्धशतक जड़ा, लेकिन असली सुर्ख़ियां उनके बल्ले से ज्यादा उनके जश्न ने बटोरी।
नई दिल्ली। एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) का सुपर फोर मुकाबला मैदान पर हर चौका-छक्का तालियों और हूटिंग के बीच गूंज रहा था। पाकिस्तान के ओपनर साहिबजादा फ़रहान (Sahibzada Farhan) ने शानदार अर्धशतक जड़ा, लेकिन असली सुर्ख़ियां उनके बल्ले से ज्यादा उनके जश्न ने बटोरी। फ़रहान ने छक्का जड़ते ही ‘गन-फायरिंग’ स्टाइल में जश्न मनाया। यह इशारा साफ था बल्ले से नहीं, बंदूक से फायरिंग की नकल।
क्रिकेट को हमेशा से खेलभावना और सज्जनता का प्रतीक माना गया है लेकिन जब खिलाड़ी मैदान पर बंदूक चलाने की नकल करें, तो यह खेल से ज्यादा हिंसा और कट्टरता का प्रतीक बन जाता है। भारत-पाकिस्तान मैच पहले ही तनाव और भावनाओं से भरे होते हैं। ऐसे में बंदूक जैसे प्रतीकों का इस्तेमाल कहीं न कहीं आग में घी डालने जैसा है।
THERE IS NO "CIVIL" SOCIETY IN PAK.
If there was many ordinary Pakistanis would have condemned this endorsement of terrorism & war-mongering. Those in India who like to draw a distinction between the Pak state and its oppressed civilians need to wipe the egg off their faces. pic.twitter.com/XqZbvW1e9D— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) September 22, 2025
फरहान और हैरिस पर लग सकता है बैन
पाकिस्तान को करारी हार मिलने के बाद अब एक और झटका लग सकता है। भारत के खिलाफ दो अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी साहिबजादा फरहान (Sahibzada Farhan) और हैरिस रउफ ( Harris Rauf) पर आईसीसी (ICC) कड़ा एक्शन ले सकती है। सूत्रों के अनुसार मैच रेफरी ने भारतीय टीम से कहा है कि इस मुद्दे पर वो अपना पक्ष रखे वहीं दोनों वीडियो के और एंगल इकठ्ठा किए जा रहे है। हुआ यूं कि बल्लेबाज़ों से मार खाने के बाद हैरिस रउफ ने हद ही कर दी। वह मैदान में अजीबोगरीब हरकत करने लगे। उन्हें अपने हाथ से जेट डाउन सिग्नल का इशारा करते हुए पाया गया। उसके बाद तो भारतीय क्रिकेट प्रेमियों ने उन्हें और निशाना बनाना शुरू कर दिया और उनका खूब मजाक उड़ाया। साहिबज़ादा फरहान (Sahibzada Farhan) फिफ्टी जड़ने के बाद उन्होंने जो किया, वह समझ से परे था। फरहान अपने बल्ले को गन की तरह उठाकर भारतीय फैंस की तरफ स्टैंड में गोली चलाने का इशारा करने लगे जो किसी को पसंद नहीं आया।
आईसीसी के नियम क्या कहते हैं?
आईसीसी का कोड ऑफ कंडक्ट (ICC Code of Conduct) साफ कहता है कि कोई भी जश्न ऐसा नहीं होना चाहिए जो विपक्षी टीम या दर्शकों को भड़काए। राजनीतिक, धार्मिक या हिंसक संदेश देने वाली हरकतों पर रोक है और अगर कोई खिलाड़ी खेल की “स्पिरिट” के खिलाफ जाता है, तो उस पर जुर्माना, सस्पेंशन या चेतावनी दी जा सकती है। मतलब साफ है क्रिकेट का जश्न बल्ले से होना चाहिए, बंदूक से नहीं। जिस तरह से हैंडशेक विवाद को पाकिस्तान ने मुद्दा बनाया उससे कहीं बड़ा मुददा साहिबजादा फरहान (Sahibzada Farhan) और हैरिस रउफ ( Harris Rauf) का है क्योंकि दोनों के इशारे उकसाने वाले थे।