संबित पात्रा ने कहा, छत्तीसगढ़ के पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने घोषणापत्र में 316 वादे किए। जिनको राहुल गांधी और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अब तक पूरा नहीं किया।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में मंगलवार को प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आप सबको ज्ञात है कि आने वाले समय में 5 राज्यों में चुनाव है। कल राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में थे, वहां उन्होंने कई झूठे वादे लोगों से किए। आज वक्त आ चुका है कि भाजपा और देश एवं छत्तीसगढ़ की जनता राहुल गांधी और कांग्रेस को आईना दिखाए।
उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ के पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने घोषणापत्र में 316 वादे किए। जिनको राहुल गांधी और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अब तक पूरा नहीं किया। संबित पात्रा ने कहा, किसान सम्मान निधि योजना प्रधानमंत्री जी ने किसानों के लिए प्रारंभ की थी। छत्तीसगढ़ के लाखों किसान इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत हुए, लेकिन राज्य सरकार ने उस सूची का सत्यापन नहीं किया। जिस वजह से आज छत्तीसगढ़ के उन लाखों किसानों को किसान सम्मान निधि के अंतर्गत सालाना 6 हजार रुपये नहीं मिल पा रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, जब छत्तीसगढ़ में 15 वर्ष तक हमारी सरकार थी, तो चरण पादुका और साड़ी वितरण योजना चल रही थी। लेकिन उस योजना को रोक दिया गया। हम पूछना चाहते हैं कि ऐसा क्यों किया गया? साथ ही कहा, तेंदूपत्ता संग्रह के काम में जो दिन तय होते हैं, उन्हें छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार द्वारा कम किया गया। तेंदूपत्ता संग्राहकों को मिलने वाला बोनस कांग्रेस सरकार द्वारा नहीं दिया गया। यही कारण रहा कि वहां तेंदूपत्ता संग्रहण विगत 5 वर्षों में लगभग 4 लाख बोरी कम हुआ।
साथ ही कहा, छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण विरोधी विधेयक भाजपा सरकार लेकर आई थी। उसका उद्देश्य हमारे जनजातीय बंधुओं की संस्कृति और विचारों को संजोकर रखना था। लेकिन कांग्रेस सरकार हमेशा इस बिल के विरोध में रही और धर्मांतरण को लगातार बढ़ावा दे रही है। केवल इतना ही नहीं कांग्रेस सरकार तो वहां नक्सलियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है।
संबित पात्रा ने कहा, छत्तीसगढ़ में धान और चावल के वितरण से संबंधित PDS योजना का उदाहरण पूरे देश में दिया जाता था। लेकिन आज दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि छत्तीसगढ़ की ठगेश सरकार ने इस योजना पर एक धब्बा लगाया है और लगभग 600 करोड़ रुपये का घोटाला PDS योजना में किया गया।