देवों के देव महादेव की कृपा पाने के लिए प्रदोष व्रत का पालन किया जाता है। मान्यता है कि इस विधि विधान इस व्रत का पालन करने से भगवान शिव और माता पार्वती की असीम कृपा प्राप्त होती है।
Sawan Pradosh Vrat 2023 Date : देवों के देव महादेव की कृपा पाने के लिए प्रदोष व्रत का पालन किया जाता है। मान्यता है कि इस विधि विधान इस व्रत का पालन करने से भगवान शिव और माता पार्वती की असीम कृपा प्राप्त होती है। सावन मास का दूसरा और अधिकमास का पहला रवि प्रदोष व्रत 30 जुलाई 2023 को पालन जाएगा। रवि प्रदोष तिथि पर रवि योग, इंद्र योग और सर्वार्थ सिद्धि योग समते कई शुभ योग बन रहे हैं, जिससे इस दिन का महत्व बढ़ जाता है।सावन का दूसरा प्रदोष व्रत अधिकमास के शुक्ल पक्ष का होगा। मान्यता है इस दिन शिव पूजा करने वालों के रोग, दोष, दुख समाप्त हो जाते हैं। वैसे तो हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। प्रदोष व्रत को रखने से दो गायों को दान देने के समान पुन्य फल प्राप्त होता है।
सावन रवि प्रदोष व्रत 2023 मुहूर्त
हिंदी पंचांग के अनुसार सावन अधिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 30 जुलाई 2023 को सुबह 10 बजकर 34 मिनट पर शुरू होगी। इस तिथि की समाप्ति 31 जुलाई 2023 सोमवार को सुबह 07 बजकर 26 मिनट पर होगी।
शिव पूजा समय – शाम 07 बजकर 14 – रात 09 बजकर 19 (30 जुलाई 2023)
प्रदोष व्रत में ऐसे करें शिव पूजा
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प्रदोष व्रत में करें ये काम
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