यूपी (UP) के बदायूं जिले (Badaun District) में सावन माह के मद्देनजर बीएसए (BSA)ने कक्षा आठ तक के सभी परिषदीय, मान्यता प्राप्त, सहायता प्राप्त विद्यालयों में शनिवार और सोमवार को अवकाश घोषित कर दिया है। वहीं 20 जुलाई को वृह्द स्तर पर होने वाले पौधरोपण अभियान (Tree Plantation Campaign) में शिक्षक व कर्मचारियों को हिस्सा लेने के निर्देश भी दिए गए हैं।
लखनऊ। यूपी (UP) के बदायूं जिले (Badaun District) में सावन माह के मद्देनजर बीएसए (BSA)ने कक्षा आठ तक के सभी परिषदीय, मान्यता प्राप्त, सहायता प्राप्त विद्यालयों में शनिवार और सोमवार को अवकाश घोषित कर दिया है। वहीं 20 जुलाई को वृह्द स्तर पर होने वाले पौधरोपण अभियान (Tree Plantation Campaign) में शिक्षक व कर्मचारियों को हिस्सा लेने के निर्देश भी दिए गए हैं।
जिले के कछला गंगाघाट (Kachla Ganga Ghat) से लाखों की संख्या में कांवड़ियों का आना-जाना सावनभर लगा रहेगा। उनकी सुरक्षा की दृष्टि से शासन के निर्देश पर डीएम निधि श्रीवास्तव ने मुख्य मार्गों पर रूट डायवर्जन (Route Diversion) लागू कराया है। रूट डायवर्जन (Route Diversion)होने की वजह से शिक्षकों, बच्चों को स्कूल पहुंचने में दिक्कत होगी।
इसको ध्यान में रखते हुए डीएम के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह (District Basic Education Officer Virendra Kumar Singh) ने बेसिक शिक्षा विभाग (Basic Education Department) के अंतर्गत संचालित कक्षा एक से आठ तक के स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी परिषदीय मान्यता प्राप्ता, सहायता प्राप्त और प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय श्रावण मास में प्रत्येक शनिवार व सोमवार को बंद रहेंगे।
शिक्षकों ने मांगा अवकाश
कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) की वजह से शुक्रवार से सोमवार तक आवागमन में दिक्कत रहेगी। स्कूल पहुंच पाना भी मुश्किल होगा। यह मुद्दा उठाते हुए शिक्षक शिक्षामित्र अनुदेशक कर्मचारी संयुक्त मोर्चा (Shiksha Mitra Instructor Employee Joint Front) के सदस्यों और पदाधिकारियों ने शुक्रवार दोपहर जिला अधिकारी कार्यालय में ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में वर्षों की भांति इस वर्ष भी पवित्र श्रावण मास में प्रत्येक शनिवार और सोमवार के लिए अवकाश घोषित करने की मांग की गई। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष अरुण पांडे के साथ प्रेमानंद शर्मा, फरहत हुसैन, सुरेंद्र सिंह, किरन सिंह, प्रतीक दुबे, हरीश दिनकर, राजेंद्र सिंह यादव, चक्रेश कुमार आदि रहे।
कांवड़ यात्रा सुरक्षा के लिए पांच जोन और 16 सेक्टर बनाए
कछला गंगा घाट (Kachla Ganga Ghat) से लेकर शहर तक सुरक्षा व्यवस्था को पांच जोन और 16 सेक्टर में विभाजित किया गया है। इसमें पांच सीओ, 13 थाना प्रभारी, 21 इंस्पेक्टर, 100 दरोगा, 161 हेड कांस्टेबल, 393 कांस्टेबल, 91 महिला पुलिस कर्मी और 374 होमगार्डों को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है।