घर की सुख-समृद्धि को बनाए रखने के लिए लोग बहुत मेहनत करते है। धर्म शास्त्रों में सुख-समृद्धि को बनाए रखने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन किया गया है।
Shakun Shastra : घर की सुख-समृद्धि को बनाए रखने के लिए लोग बहुत मेहनत करते है। धर्म शास्त्रों में सुख-समृद्धि को बनाए रखने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन किया गया है। भगवान के अवतारों के बारे में शास्त्रों में बताया गया है। भगवान का एक अवतार कच्छप अवतार भी है। प्राचीन धर्म शास्त्रों में कछुआ को बहुत ही शुभ माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान ने कच्छप अवतार लिया था। कूर्म अवतार को ‘कच्छप अवतार’ (कछुआ के रूप में अवतार) भी कहते हैं।
कछुए के शुभ प्रभाव
कूर्म के अवतार में भगवान विष्णु ने क्षीरसागर के समुद्र मंथन के समय मंदार पर्वत को अपने कवच पर संभाला था। शकुन शास्त्र में कछुआ को बहुत शुभ माना जाता है। धार्मिक ग्रंथ शकुन शास्त्र में इस विषय पर बहुत ही विस्तृत रूप से बताया है।आईये जानते है शकुन शास्त्र में कछुए के शुभ प्रभाव के बारे में ।
1.कछुआ धार्मिक रूप से अत्यंत शुभ माना गया है इसे घर में रखने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
2.घर के मुख्य दरवाजे पर कछुए का चित्र लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में शांति बनी रहती है।
3.कछुआ को घर में रखने से किसी की बुरी नजर नहीं लगती और बीमारियां दूर होती है।
4.कछुआ रखने से घर के लोगों की आयु लंबी होती है, घर में सुख-शांति भी बनी रहती है।
5.नया बिजनेस शुरू करते समय अपनी दुकान या ऑफिस में चांदी का कछुआ रखना बहुत शुभ माना जाता है।
6.अगर करियर में आगे बढ़ना चाहते हैं तो काले रंग के कछुआ को उत्तर दिशा में रखें। ऊर्जा बढ़ने से बिजनेस और करियर में तरक्की की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।