ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के साथ मंच पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Samajwadi Party President Akhilesh Yadav) भी शामिल होंगे। तृणमूल हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस (Martyr's Day) मनाती है।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) का रविवार यानी आज होने वाले शहीद दिवस (Martyr’s Day) कार्यक्रम के लिए कोलकाता के धर्मतला में मंच सज कर तैयार है। इसे पार्टी का सबसे बड़ा कार्यक्रम बताया जा रहा है। इस बार ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के साथ मंच पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Samajwadi Party President Akhilesh Yadav) भी शामिल होंगे। तृणमूल हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस (Martyr’s Day) मनाती है।
कोरोना महामारी के कारण पिछले दो सालों से यह रैली नहीं हो सकी थी। इस साल इस रैली में लाखों लोगों के शामिल होने की संभावना है।बता दें कि 21 जुलाई 1993 को ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व में राइटर्स अभियान के दौरान 13 लोगों की जान चली गई थी। उस दौरान ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) युवा कांग्रेस अध्यक्ष थीं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस (TMC) के गठन के बाद ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस (Martyr’s Day) के रूप में मनाती रही हैं।
अहम मानी जा रही बैठक
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के नतीजे घोषित होने के बाद इंडिया गठबंधन (India Alliance) की दिल्ली में बैठक हुई। अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) वहां मौजूद थे। उसी वक्त उनकी मुलाकात अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से हुई। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में एनडीए 400 सीटों का लक्ष्य लेकर चला था, लेकिन 293 सीटें ही जीत सका। बीजेपी (BJP) को अकेले बहुमत नहीं मिला। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के बाद देश के अलग-अलग राज्यों में हुए उपचुनावों में भी बीजेपी (BJP) को झटका लगा। कुल मिलाकर 21 जुलाई को मंच पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की मौजूदगी देश के राजनीतिक लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है।