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Sukhbir Badal Attack : सुखबीर बादल पर हमला करने वाला है बब्बर खालसा का पूर्व आतंकी, बुड़ैल जेलब्रेक मामले में भी है आरोपी

Sukhbir Badal Attack: अमृतसर में श्री हरमंदिर साहिब (Shri Harmandir Sahib in Amritsar) में बुधवार को शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल (Shiromani Akali Dal President Sukhbir Badal) पर गोली चलाने का प्रयास किया गया। हालांकि सादी वर्दी में सुखबीर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी ने हमलावर को पकड़ लिया।

By संतोष सिंह 
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Sukhbir Badal Attack: अमृतसर में श्री हरमंदिर साहिब (Shri Harmandir Sahib in Amritsar) में बुधवार को शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल (Shiromani Akali Dal President Sukhbir Badal) पर गोली चलाने का प्रयास किया गया। हालांकि सादी वर्दी में सुखबीर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी ने हमलावर को पकड़ लिया। उसका हाथ ऊपर कर दिया। गोली दीवार में लगी जिससे कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ।

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सुखबीर पर गोली चलाने के आरोपी की पहचान नारायण सिंह चाैरा (Narayan Singh Chaura) निवासी डेरा बाबा नानक (Dera Baba Nanak) के ताैर पर हुई है। आरोपी गर्मपंथी है और दल खालसा से संबंध रखता है। जानकारी के अनुसार नारायण सिंह (Narayan Singh) का जन्म 04 अप्रैल 1956 को डेरा बाबा नानक (Gurdaspur) के चौरा गांव में हुआ था। यह गरमख्याली कथित तौर पर गरमख्याली लिबरेशन फोर्स और अकाल फेडरेशन से जुड़ा था।

चौरा को 28 फरवरी 2013 को तरनतारन के जलालाबाद गांव से गिरफ्तार किया गया था और उसके साथियों सुखदेव सिंह और गुरिंदर सिंह को उसी दिन जिले के पंडोरी गांव से गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने मोहाली के कुराली गांव में एक ठिकाने पर छापा मारा और हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद करने का दावा किया।

उसके खिलाफ आठ मई 2010 को अमृतसर के सिविल लाइंस थाने में विस्फोटक अधिनियम के तहत करीब एक दर्जन मामले दर्ज किए गए थे। वह अमृतसर, तरनतारन और रोपड़ जिलों में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामलों में भी वांछित था।

अमृतसर की एक अदालत ने विस्फोटक अधिनियम के तहत एक मामले में उसे बरी कर दिया था। चौरा 1984 में पाकिस्तान चला गया और आतंकवाद के शुरुआती चरण के दौरान पंजाब में हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेप की तस्करी में सहायक था। पाकिस्तान में रहते हुए, उसने कथित तौर पर गुरिल्ला युद्ध और देशद्रोही साहित्य पर एक किताब लिखी। वह बुड़ैल जेलब्रेक मामले में भी आरोपी था।

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आरोपी चाैरा का कांग्रेस सांसद रंधावा से जुड़ा नाम

वहीं अकाली नेता दलजीत चीमा (Akali leader Daljit Cheema) ने आरोप लगाया कि आरोपी चाैरा का भाई कांग्रेस सांसद सुखजिंदर रंधावा (Congress MP Sukhjinder Randhawa) का बहुत करीबी है। उन्होंने मान सरकार पर सवाल उठाते हुए इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि ये हमला मान सरकार की विफलता है।

चाैतरफा निंदा

समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि यह बेहद दुखद है कि सुखबीर बादल की हत्या की कोशिश की गई।

वहीं एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि हम अपने सूत्रों के माध्यम से इसकी अच्छी तरह जांच करेंगे। हमलावर को पुलिस ने पकड़ लिया है और अपने साथ ले गई है। गुरु रामदास ने सुखबीर सिंह बादल को बचाया। हम सुरक्षा व्यवस्था की जांच कर रहे हैं।

वहीं भाजपा के राज्य प्रेस सचिव हरदेव सिंह उभा ने कहा कि मैं सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं, आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए और सुखबीर सिंह बादल की सुरक्षा में हुई लापरवाही की जांच होनी चाहिए।

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने  की निंदा 

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने इस हमले की निंदा की है। वड़िंग ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। मैं सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) पर गोली चलाने को सरकार की 100 फीसदी लापरवाही मानता हूं। यह पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है। जिसने भी गोली चलाई है, उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। उन्होंने मांग की कि एसीपी को सस्पेंड किया जाना चाहिए, उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। यह कैसे हुआ? इसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए? सरकार किसी के मारे जाने का इंतजार कर रही है और फिर वे कह सकते हैं कि यह एक चूक थी। सिखों के मन में सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal)  के लिए नफरत हो सकती है,लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप उन्हें गोली मार देंगे।

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Congress MP Manish Tiwari) ने हमले को अत्यंत दुखद और निंदनीय है। श्री अकाल तख्त साहिब (Sri Akal Takht Sahib) सिखों का सबसे बड़ा धार्मिक संगठन है और सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) अपनी सजा पूरी कर रहे थे, लेकिन उन पर हमला करना अत्यंत निंदनीय है। इसकी जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

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