नई दिल्ली। पिछले दिनों में रूस में भाड़े के सैनिकों (Mercenaries) यानी वैगनर ग्रुप के लड़ाकों (Fighters of the Wagner Group) के विद्रोह के बाद तख़्तापलट (coup d’état) और गृहयुद्ध (civil war) जैसे हालात बन गए थे। जिसके बाद शनिवार को रूसी सरकार और वैगनर के प्रमुख येवेनी प्रीगोझिन (Yevney