बृज। सब जग होरी जा ब्रज में होरा। ये प्राचीन कहावत एक बार फिर से सोमवार को विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में बरस रहे गुलाल से चरितार्थ हुई। श्रृंगार आरती (Shringar Aarti) के बाद ठाकुर जी (Thakurji) की ओर से उड़ाई गई प्रसादी गुलाल (Prasad Gulal) में सराबोर होकर