यूपी के बागपत जिले में ठाकुर समाज की केसरिया महापंचायत (Kesariya Mahapanchayat) में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा (All India Kshatriya Mahasabha) के अध्यक्ष ठाकुर कुंवर अजय प्रताप सिंह (Thakur Kunwar Ajay Pratap Singh) ने मंच से ऐसा बयान दिया है। जिसको लेकर विवाद बढ़ना तया है।
बागपत। यूपी के बागपत जिले में ठाकुर समाज की केसरिया महापंचायत (Kesariya Mahapanchayat) में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा (All India Kshatriya Mahasabha) के अध्यक्ष ठाकुर कुंवर अजय प्रताप सिंह (Thakur Kunwar Ajay Pratap Singh) ने मंच से ऐसा बयान दिया है। जिसको लेकर विवाद बढ़ना तया है। उन्होंने कहा कि हम लोग बेटियों को दहेज और कन्यादन में जो सोना चांदी और रुपया देते हैं वो दे या न दें, लेकिन कटार या तलवार और रिवॉल्वर जरूर दें।
बागपत में ठाकुर समाज की पंचायत आयोजित की गई। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्य्क्ष ठाकुर कुंवर अजय प्रताप सिंह ने बेटियों पर बढ़ते अत्याचार को लेकर चिंता जताई। पंचायत ने अपील की है बेटियों को कन्यादान में रिवॉल्वर या कट्टा दें। सोने चांदी के आभूषण के साथ कटार ओर तलवार दें। pic.twitter.com/fza8kW7NZD
— Lucky Thakur (@luckythakur705) August 26, 2025
हम लोग पुरानी परंपरा भूल रहे हैं
उन्होंने कहा कि रिवॉल्वर महंगी है तो कट्टा जरूर दे दो। बागपत के गौरीपुर मितली गांव में ठाकुर समाज की महापंचायत हुई, जिसे केसरिया महापंचायत नाम दिया गया। इस पंचायत में ठाकुर समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इस दौरान मंच से अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष ठाकुर कुंवर अजय प्रताप सिंह ने कहा कि हम लोग पुरानी परंपरा भूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज बेटी का कन्यादान करते हैं तो उसे सोना चांदी रुपया दिया जाता है, लेकिन अगर वो उसे पहनकर बाजार जाएगी तो उसे लूट लिया जाएगा।
वर्तमान में ऐसी स्थित है और बेटी हमारी है तो सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी है
उन्होंने कहा कि उसे कोई चोर उचक्का नहीं छोड़ेगा। इसलिए बेटी को रुपया या सोना चांदी दो या न दो, कटार और एक तलवार ज़रूर दो। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि हो सके तो रिवाल्वर दो, लेकिन रिवॉल्वर महंगी है तो कट्टा और तलवार दो। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऐसी स्थित है और बेटी हमारी है तो सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी है। उनका यह बयान चर्चा का विषय बना हुआ है और इस संबंध में एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।