ऋषभ पंत की कप्तानी वाली टीम को साउथ अफ्रीका से गुवाहाटी टेस्ट में 408 रनों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा है। भारत को रनों के मामले में सबसे बुरी हार मिली। टेम्बा बावुमा की कप्तानी वाली टीम ने भारत को सीरीज़ में 2-0 से हरा दिया। दूसरे टेस्ट में 549 रनों के बड़े टारगेट का पीछा करते हुए भारतीय टीम 140 रन पर ऑल आउट हो गई। दूसरी इंनिग में अफ्रीका के ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने छह विकेट लिए और मैच में नौ विकेट लेकर साउथ अफ्रीका की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई।
नई दिल्ली। ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की कप्तानी वाली टीम को साउथ अफ्रीका (South Africa) से गुवाहाटी टेस्ट में 408 रनों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा है। भारत को रनों के मामले में सबसे बुरी हार मिली। टेम्बा बावुमा की कप्तानी वाली टीम ने भारत को सीरीज़ में 2-0 से हरा दिया। दूसरे टेस्ट में 549 रनों के बड़े टारगेट का पीछा करते हुए भारतीय टीम 140 रन पर ऑल आउट हो गई। दूसरी इंनिग में अफ्रीका के ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर ने छह विकेट लिए और मैच में नौ विकेट लेकर साउथ अफ्रीका की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई।
दक्षिण अफ्रीका ने सन दो हजार के बाद भारत में अपनी पहली टेस्ट सीरीज़ जीत दर्ज की। 408 रनों की यह हार टेस्ट क्रिकेट में रनों के मामले में भारत की सबसे बुरी हार है। मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए भारत के हेड कोच गौतम गंभीर ने कहा कि वह और पूरी टीम इस हार के लिए ज़िम्मेदार है। गंभीर ने कहा कि गलती ड्रेसिंग रूम में सबकी है और इसकी शुरुआत मुझसे होती है। मैंने पहले भी कहा है कि हम साथ में जीतते हैं, साथ में हारते हैं। इसलिए मैं ऐसा कोई नहीं बनने वाला जो यह कहे कि यह किसी और की गलती है। यह उस कमरे में बैठे हर किसी की गलती है, जितना आसान हो सकता है। टीम स्पोर्ट इसी के बारे में है। गंभीर ने आगे कहा कि इस सीरीज़ हार की तुलना न्यूज़ीलैंड सीरीज़ से करना शायद गलत बात है। मुझे यकीन है कि आप लोग बहुत क्रिकेट कवर करते हैं और मुझे यकीन है कि जब आप इस बैटिंग लाइन-अप को देखते हैं, तो इस बैटिंग लाइन-अप के पास जो अनुभव है। उस टीम के पास जो अनुभव था, वह इस टीम के पास जो है, उससे बहुत अलग है। इसलिए हर चीज़ की तुलना न्यूज़ीलैंड सीरीज़ से करना शायद गलत बात है। मैं बहाने नहीं बनाता। मैंने पहले कभी ऐसा नहीं किया है। मैं भविष्य में भी ऐसा कभी नहीं करूंगा। लेकिन अगर आप देखें तो इस टॉप आठ में चार या पांच बैटर ने सचमुच 15 से कम टेस्ट मैच खेले हैं। और वे आगे बढ़ेंगे। वे मैदान पर सीख रहे हैं।