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भारत ने किया IADWS का पहला सफल परीक्षण, अब हवा में कांपेगा दुश्मन

India maiden flight tests of IADWS: भारत ने ओडिशा तट से एक एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (IADWS) का पहला उड़ान परीक्षण "सफलतापूर्वक" किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस प्लेटफ़ॉर्म के विकासकर्ता, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और सशस्त्र बलों को उड़ान परीक्षणों के लिए बधाई दी। इस स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली का शनिवार को ओडिशा तट से दोपहर 12:30 बजे उड़ान परीक्षण किया गया।

By Abhimanyu 
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India maiden flight tests of IADWS: भारत ने ओडिशा तट से एक एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (IADWS) का पहला उड़ान परीक्षण “सफलतापूर्वक” किया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस प्लेटफ़ॉर्म के विकासकर्ता, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और सशस्त्र बलों को उड़ान परीक्षणों के लिए बधाई दी। इस स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली का शनिवार को ओडिशा तट से दोपहर 12:30 बजे उड़ान परीक्षण किया गया।

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दरअसल, आईएडीडब्ल्यूएस (IADWS) एक बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली है जिसमें सभी स्वदेशी त्वरित प्रतिक्रिया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (QRSAM), उन्नत अति लघु दूरी वायु रक्षा प्रणाली (VSHORADS) मिसाइलें और एक उच्च शक्ति वाली लेजर-आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार (DEW) शामिल हैं। इस उड़ान परीक्षण ने देश की बहुस्तरीय वायु रक्षा क्षमता को स्थापित किया है। जिससे दुश्मन के हवाई खतरों के विरुद्ध महत्वपूर्ण सुविधाओं के लिए क्षेत्रीय रक्षा को मजबूती मिलेगी।

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आईएडीडब्ल्यूएस (IADWS) के सफल विकास के लिए डीआरडीओ (DRDO), भारतीय सशस्त्र बलों और उद्योग जगत को बधाई दी है। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘डीआरडीओ ने 23 अगस्त 2025 को लगभग 12:30 बजे ओडिशा के तट पर एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (आईएडीडब्ल्यूएस) का पहला उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया है।’

रक्षामंत्री ने आगे लिखा, ‘आईएडीडब्ल्यूएस एक बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली है जिसमें सभी स्वदेशी त्वरित प्रतिक्रिया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (क्यूआरएसएएम), उन्नत अति लघु दूरी वायु रक्षा प्रणाली (वीएसएचओआरएडीएस) मिसाइलें और एक उच्च शक्ति लेजर आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार (डीईडब्ल्यू) शामिल हैं। मैं IADWS के सफल विकास के लिए DRDO, भारतीय सशस्त्र बलों और उद्योग जगत को बधाई देता हूँ। इस अद्वितीय उड़ान परीक्षण ने हमारे देश की बहुस्तरीय वायु-रक्षा क्षमता को स्थापित किया है और दुश्मन के हवाई खतरों के विरुद्ध महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की क्षेत्रीय सुरक्षा को और मज़बूत करेगा।’

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