महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को प्रचंड बहुमत मिला है। प्रचंड बहुमत मिलने के बाद भी महाराष्ट्र में अभी तक सरकार का गठन नहीं हो पाया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर भी मुहर नहीं लग पाई है। हालांकि, देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री की रेस में अभी तक सबसे आगे बने हुए हैं।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को प्रचंड बहुमत मिला है। प्रचंड बहुमत मिलने के बाद भी महाराष्ट्र में अभी तक सरकार का गठन नहीं हो पाया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर भी मुहर नहीं लग पाई है। हालांकि, देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री की रेस में अभी तक सबसे आगे बने हुए हैं। अब देखना होगा कि, आखिर महाराष्ट्र में सरकार का गठन कब होगा। वहीं, एक सप्ताह से ज्यादा का समय बीतने के बाद विपक्षी दलों ने महायुति गठबंधन पर तंज कसना शुरू कर दिया है। विपक्ष के नेताओं का कहना है कि, महाराष्ट्र में चूहे बिल्ली का खेल चल रहा है।
महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं। एक मुख्यमंत्री कैसे गायब हो सकता है? महाराष्ट्र में खेल चल रहा है। 10 दिन हो चुके हैं। उनके (महायुति) पास भारी बहुमत है लेकिन उसके बाद भी वे लोग मुख्यमंत्री का नाम अब तक घोषित नहीं कर पा रहे हैं। अब तक राजभवन में सरकार बनाने का दावा नहीं किया गया है। यह सब दिल्ली का खेल है। महाराष्ट्र में जो ‘मरखट लीला’ चल रही है वो दिल्ली से चलाई जा रही है।
वहीं, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, हम एक बात समझ सकते हैं- अगर सरकार पूर्ण बहुमत के साथ नहीं होती है, तो संख्या लानी होगी। लेकिन यहां उन्होंने दो तिहाई से अधिक बहुमत दर्ज किया। फिर वे किस पर काम कर रहे हैं? जिस व्यक्ति ने बालासाहेब ठाकरे द्वारा बनाई गई पार्टी को धोखा दिया, जिसने उसे तोड़ दिया, वह सीएम बनने के लिए बेताब है। देखते हैं कौन सीएम बनता है। अगर सभी की सहमति होती तो इतना समय क्यों लगता।
बता दें कि, महाराष्ट्र में 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे आए थे। इसमें महायुति गठबबंधन को प्रचंड बहुमत मिला था। एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के गठबंधन महायुति ने 288 में से 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी। भाजपा 132 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी जबकि शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीट जीतीं। हालांकि, चुनाव के नतीजे आए हुए करीब 10 दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक महायुति में सरकार के गठन को लेकर खींचतान जारी है।