भारतीय सेना ने शौर्य और पराक्रम के साथ-साथ संयम का भी परिचय देते हुए पाकिस्तान के अनेक सैन्य ठिकानों पर प्रहार करके करारा जवाब दिया है। हमने केवल सीमा से सटे सैन्य ठिकानों पर ही नहीं कार्रवाई की बल्कि भारत की सेनाओं की धमक उस रावलपिंडी तक सुनी गई जहां पाकिस्तानी फौज का हेडक्वार्टर मौजूद है।
लखनऊ। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ़ एक सैन्य कार्रवाई भर नहीं है, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और सामरिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है। यह ऑपरेशन आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत की दृढ़ इच्छा शक्ति का और सैन्य शक्ति की क्षमता और संकल्प शक्ति का भी प्रदर्शन है। हमने दिखाया है कि भारत आतंकवाद के ख़िलाफ़ जब भी कोई कार्रवाई करेगा तो आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए सरहद पार की ज़मीन भी सुरक्षित नहीं रहेगी…रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ये बातें लखनऊ में ब्रह्मोस (BrahMos) एयरोस्पेस इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए।
उन्होंने कहा, ब्रह्मोस integration and testing facility का उद्घाटन, इसलिए भी महत्त्व रखता है, क्योंकि आज का दिन बड़ा ख़ास है। आप सब तो जानते ही हैं, कि आज National Technology Day है। आज ही के दिन, 1998 में श्रद्धेय अटल विहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में, हमारे scientists ने, पोखरण में परमाणु परीक्षण करके, दुनिया को भारत की ताकत दिखाई थी। वह परीक्षण, हमारे Scientists, Engineers, Defence personnel और कई अन्य stakeholders के अथक प्रयासों का परिणाम था। यह, हमारे वैज्ञानिकों तथा Engineers को recognize और उनके contribution को acknowledge करने का दिन है।
हमारा सपना है कि उत्तर प्रदेश, दुनिया के top defence production और export destination के रूप में जाना जाय। आज जो ब्रह्मोस facility शुरू हो रही है, मैं समझता हूं, वह UP Defence corridor का गौरव होगा। यह सिर्फ उत्तर प्रदेश का ही नहीं, बल्कि देश का सबसे बड़ा ब्रह्मोस integration and testing facility centre है। यह रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता के प्रयास को भी, मजबूती प्रदान करेगा। जहां तक ब्रह्मोस का प्रश्न है, तो आप सभी यह जानते हैं, कि ब्रह्मोस दुनिया के सबसे तेज, सुपरसोनिक क्रूज missiles में से एक है। ब्रह्मोस सिर्फ एक हथियार नहीं है, बल्कि यह अपने आप में एक संदेश है। संदेश हमारी armed forces के strength का। संदेश दुश्मन के प्रति हमारे deterrence का। संदेश, हमारी borders की safeguarding के हमारे commitment का।
रक्षामंत्री ने आगे कहा, भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर को पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ढांचा ढहाने के उद्देश्य से लांच किया था। हमने उनके आम नागरिकों को कभी निशाना नहीं बनाया था। मगर पाकिस्तान ने न केवल भारत के नागरिक इलाकों को निशाना बनाया बल्कि मंदिर, गुरुद्वारा और गिरिजाघर पर भी हमले करने का प्रयास किया। भारतीय सेना ने शौर्य और पराक्रम के साथ-साथ संयम का भी परिचय देते हुए पाकिस्तान के अनेक सैन्य ठिकानों पर प्रहार करके करारा जवाब दिया है। हमने केवल सीमा से सटे सैन्य ठिकानों पर ही नहीं कार्रवाई की बल्कि भारत की सेनाओं की धमक उस रावलपिंडी तक सुनी गई जहां पाकिस्तानी फौज का हेडक्वार्टर मौजूद है।
उन्होंने आगे कहा, भारत में आतंकवादी घटनाएं करने और कराने का क्या अंजाम होता है, यह पूरे विश्व ने उरी की घटना के बाद देखा जब हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक की, पुलवामा के बाद देखा जब बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की गईं और अब पहलगाम की घटना के बाद दुनिया देख रही है जब भारत ने पाकिस्तान के भीतर घुस कर मल्टीपल स्ट्राइक्स की हैं।