ओडिशा सरकार (Odisha Government) ने 78 वें स्वतंत्रता दिवस (78th Independence Day) के अवसर पर सरकारी और प्राइवेट सेक्टर दोनों में काम करने वाली महिला कर्मचारियों के लिए एक दिन की मेंस्ट्रुअल यानी पीरियड लीव (Period Leave) की शुरुआत की है।
नई दिल्ली। ओडिशा सरकार (Odisha Government) ने 78 वें स्वतंत्रता दिवस (78th Independence Day) के अवसर पर सरकारी और प्राइवेट सेक्टर दोनों में काम करने वाली महिला कर्मचारियों के लिए एक दिन की मेंस्ट्रुअल यानी पीरियड लीव (Period Leave) की शुरुआत की है। कटक में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebrations) के दौरान ओडिशा (Odisha) की उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा (Deputy Chief Minister Pravati Parida) ने इसका ऐलान किया है।
तत्काल प्रभाव से लागू होने वाली यह पॉलिसी महिला कर्मचारियों को उनके मेंस्ट्रुअल साइकल (Menstrual Cycle) के पहले या दूसरे दिन छुट्टी लेने की छूट देती है। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को उनके स्वास्थ्य और कल्याण को ज्यादा प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में सहायता करना है। उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा (Deputy Chief Minister Pravati Parida) ने कहा कि यह वैकल्पिक है, जो महिलाएं पेशेवर काम में शामिल थीं, वे शारीरिक दर्द के पहले या दूसरे दिन छुट्टी ले सकती हैं। यह सरकारी और निजी क्षेत्र की नौकरी करने वालों दोनों के लिए लागू होगा।
भारत में वक्त-वक्त पर पीरियड लीव (Period Leave) की मांग होती रही है। इस पर कई बार विवादित बयानबाजी भी हो चुकी है। पिछले दिनों स्मृति ईरानी ने कुछ ऐसा बयान दिया था कि पूरे देश में विवाद खड़ा हो गया था। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister for Women and Child Development Smriti Irani) ने महिला कर्मचारियों के लिए अनिवार्य मासिक धर्म अवकाश (Menstrual Leave) के विचार पर अपना विरोध जताया है। पिछले साल राज्यसभा में RJD सांसद मनोज कुमार झा (RJD MP Manoj Kumar Jha) के एक सवाल का जवाब देते हुए बुधवार (13 दिसंबर) को ईरानी ने कहा कि मासिक धर्म जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है और इसे विशेष अवकाश प्रावधानों की जरूरत वाली बाधा के रूप में नहीं माना जाना चाहिए।