अधिकतर लोग गठिया के दर्द या अर्थराइटिश की समस्या से जूझ रहे हैं। इसमें जोड़ों में दर्द, सूजन, स्ट्रेस महसूस हो सकता है। गठिया का कारण संक्रमण, अनुवांशिक दोष या चोट भी हो सकता है। इसमें शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द होता है, खासकर जॉइंट्स पेन होता है, कई बार सूजन आ जाती है, मांसपेशियों में दर्द रहता है।
Tiger urine treatment for arthritis in China: अधिकतर लोग गठिया के दर्द या अर्थराइटिश की समस्या से जूझ रहे हैं। इसमें जोड़ों में दर्द, सूजन, स्ट्रेस महसूस हो सकता है। गठिया का कारण संक्रमण, अनुवांशिक दोष या चोट भी हो सकता है। इसमें शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द होता है, खासकर जॉइंट्स पेन होता है, कई बार सूजन आ जाती है, मांसपेशियों में दर्द रहता है।
इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए लोग न जाने क्या क्या जतन करते हैं तेल मालिश, दर्द निवारक दवाएं तो कुछ जड़ी बूटियों का सहारा लेते हैं। लेकिन चीन में एक बेहद हैरान करने वाला दावा किया जा रहा है जिसे जान कर आप भी दंग रह जाएंगे।
दरअसल, चीन में बाघ के पेशाब से भरी 250 ग्राम की बोतलें 600 रुपये में बेची जा रही है। इसे बेचने वाले दावा कर रहे हैं कि बाघ के पेशाब से गठिया जैसी गंभीर बीमारी से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा।
साउथ-वेस्ट चीन के सिचुआन जीले के बिफेंगक्सिया जू ने दावा किया कि व्हाइट वाइन और बाघ के पेशाब को मिलाने से एक शानदार दवा बन जाती है। जिसके इस्तेमाल से हड्डी से जुड़ी बीमारियां ठीक हो जाती है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) के अनुसार यह मामला तब मीडिया में आया जब चिड़ियाघर में आए एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर इसके बारे में पोस्ट किया।
आउटलेट के अनुसार बोतलों पर लिखे टेक्स्ट में दावा किया गया है कि बाघ के पेशाब का रुमेटीइड गठिया, मोच और मांसपेशियों के दर्द पर काफी ज्यादा असर हो रहा है। बोतल पर इस्तेमाल करने का तरीका भी बताया गया है।
जिसमें सबसे पहले व्यक्ति को अदरक के स्लाइस का सबसे पहले गठिया वाले एरिया में लगाना होगा और इसके बाद व्हाइट वाइन और बाघ के पेशाब के मिक्सचर को मिलाकर इसे पीना है। चिड़ियाघर का दावा है कि इसे आप आराम से पी सकते हैं। हालांकि, यह भी चेतावनी दी जा रही है कि एलर्जी की स्थिति में इसे बंद कर देना चाहिए।
चिड़ियाघर में काम करने वाले एक वर्कर ने आउटलेट को बताया कि बाघ का पेशाब उस बेस में जमा होता है जहां बाघ पेशाब करते हैं। पेशाब को एक बेसिन में जमा किया जाता है। हालांकि, यह बोतल पर बिल्कुल भी साफ नहीं किया गया है कि बेचे जाने से पहले उस टॉयलेट को फिल्टर किया जा रहा है या नहीं।