यूपी विधानस परिषद के चुनाव में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को करारी हार मिली है। एक सीट भी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नहीं जीत पाई। सपा का गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ में भी पार्टी को करारी हार मिली है। यहां पर निर्दलीय प्रत्याशी की जीत हुई है, जबकि सपा तीसरे नंबर पर रही।
UP MLC Elections: यूपी विधानस परिषद के चुनाव में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को करारी हार मिली है। एक सीट भी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नहीं जीत पाई। सपा का गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ में भी पार्टी को करारी हार मिली है। यहां पर निर्दलीय प्रत्याशी की जीत हुई है, जबकि सपा तीसरे नंबर पर रही। एक महीने पहले ही सपा ने विधानसभा चुनाव में यहां पर अच्छा प्रदर्शन किया था और 10 सीटें जीतीं थीं लेकिन विधान परिषद के चुनाव में सपा यहां से बुरी तरह से हार गई।
ऐसे में अब नेतृत्व को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं। बता दें कि, मंगलवार को आए परिणाम में बीजेपी से 6 साल के लिए निष्कासित यशवंत सिंह के बेटे विक्रांत सिंह रिशु ने बीजेपी के अरुण कांत यादव को हराकर जीत दर्ज की। सपा के राकेश कुमार यादव उर्फ़ गुड्डू तीसरे नंबर पर रहे।
निर्दलीय विक्रांत सिंह रिशु ने यहां पर 4075 वोट प्राप्त हुए, जबकि सपा विधायक रमाकांत यादव के बेटे अरुण कांत यादव पर दांव खेलने वाली बीजेपी (BJP) को 1262 मत प्राप्त हुए। तीसरे नंबर रहे सपा के राकेश उर्फ़ गुड्डू को 356 वोट प्राप्त हुए। बता दें कि, बीजेनी ने 27 में से 24 जीते जीती हैं, जबकि पहले 9 प्रत्शयाी निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे।
उपचुनाव में बढ़ेगी सपा की मुश्किलें
बता दें कि, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करहल से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद थे। वहीं, उनके इस्तीफे के बाद वहां पर उपचुनाव होने है। एमएलसी चुनाव में गढ़ में सेंधमारी करने वाली भाजपा अब उपचुनाव में अखिलेश यादव को यहां पर बड़ा झटका दे सकती है।