बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर परियोजना (Banke Bihari Temple Corridor Project) और न्यास गठन का विरोध 67 वें दिन भी जारी रहा। गोस्वामी समाज (Goswami Samaj) एवं व्यापारी परिवार की महिलाओं ने मंदिर के मुख्य द्वार पर बैठकर यमुना महारानी (Yamuna Maharani) को यमुना चालीसा पाठ (Reciting Shri Yamuna Chalisa) सुनाकर कॉरिडोर व न्यास का विरोध किया गया।
मथुरा। बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर परियोजना (Banke Bihari Temple Corridor Project) और न्यास गठन का विरोध 67 वें दिन भी जारी रहा। गोस्वामी समाज (Goswami Samaj) एवं व्यापारी परिवार की महिलाओं ने मंदिर के मुख्य द्वार पर बैठकर यमुना महारानी (Yamuna Maharani) को यमुना चालीसा पाठ (Reciting Shri Yamuna Chalisa) सुनाकर कॉरिडोर व न्यास का विरोध किया गया।
Video-बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर परियोजना और न्यास गठन का विरोध 67 वें दिन भी जारी रहा। गोस्वामी समाज एवं व्यापारी परिवार की महिलाओं ने मंदिर के मुख्य द्वार पर बैठकर यमुना महारानी को यमुना चालीसा पाठ सुनाकर कॉरिडोर व न्यास का विरोध किया। pic.twitter.com/CfSlLg2BjM
— santosh singh (@SantoshGaharwar) August 4, 2025
सेवायत गोस्वामी परिवार (Sevayat Goswami Family) व अन्य समाज की महिलाओं ने एक स्वर में यमुना चालीसा पाठ (Reciting Shri Yamuna Chalisa) किया तो नज़ारा देखने लायक था। कॉरिडोर बहाना है मंदिर का पैसा खाना है और ब्रजवसियों की यही पुकार कॉरिडोर यमुना पार जैसे नारों ने भी माहौल को गरमा दिया। स्थानीय निवासी वर्षा ओटवानी ने कहा कि न्यास व कॉरिडोर किसी भी समस्या का हल नहीं है। व्यवस्था बनाकर ही माहौल को सुधारा जा सकता है। यदि कॉरिडोर ही समस्या का हल होता तो काशी, उज्जैन और खाटू श्याम में इतनी लम्बी लम्बी लाइन नहीं लगी होतीं। कॉरिडोर बनाकर सरकार सिर्फ वीआईपी और वीवीआईपी लोगों को सुविधा देना चाहती है और कुछ नहीं।
राखी गोस्वामी ने कहा कि न्यास तो सिर्फ छलावा है और कॉरिडोर की कोई आवश्यकता है। इस अवसर पर नीरू गोस्वामी, प्रीती गोस्वामी, निशा शर्मा, पूनम मिश्र, अदिति गोस्वामी, श्रद्धा खंडेलवाल, राधा मिश्रा, रितिका शर्मा, नीलम गोस्वामी, रानी शर्मा, रेखा अग्रवाल, मनीषा सारस्वत आदि मौजूद रहीं।