कैंसर बीमारी (Cancer Disease) सुनकर हर किसी के पैरों के तले से जमीन खिसक जाती है। आज पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर और तेजी से बढ़ता खतरा बन चुका है। हर साल लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में आते हैं और यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आर्थिक रूप से भी लोगों को परेशान करता है।
नई दिल्ली। कैंसर बीमारी (Cancer Disease) सुनकर हर किसी के पैरों के तले से जमीन खिसक जाती है। आज पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर और तेजी से बढ़ता खतरा बन चुका है। हर साल लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में आते हैं और यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आर्थिक रूप से भी लोगों को परेशान करता है।
हालांकि, अच्छी बात यह है कि समय रहते सही जानकारी, डाइट और जीवनशैली के बदलावों से न सिर्फ कैंसर (Cancer) को रोका जा सकता है, बल्कि कई मामलों में इससे उबरना भी संभव है। आप चाहे किसी भी उम्र के हो, तब भी इससे लड़कर जीता जा सकता है। हाल ही में 102 साल के माइक ने अपने लाइफस्टाइल में बदलाव कर कैंसर (Cancer) जैसी गंभीर बीमारी को हरा दिया और वह अब पूरी तरह से फिट हैं।
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माइक को 69 साल की आयु में उन्हें कैंसर (Cancer) का पता चला और डॉक्टरों ने उन्हें मात्र तीन महीने का समय दिया था। लेकिन माइक ने हार नहीं मानी और अपने आहार को पूरी तरह बदल दिया। उन्होंने जापानी ट्रेडिशन पर आधारित मैक्रोबायोटिक आहार अपनाया, जिसमें पूरी तरह से प्लांट-बेस्ड फूड प्रोडक्ट शामिल थे। इस आहार में ब्राउन राइस, गाजर, केल, पत्तागोभी जैसी स्टीम्ड सब्जियां, समुद्री शैवाल और प्रतिदिन आधा कैन बीन्स शामिल हैं। इस बदलाव के कुछ ही महीनों में उनके कैंसर के लक्षण गायब हो गए और गठिया में भी राहत मिली।
माइक न केवल अपने आहार पर ध्यान देते हैं, बल्कि शारीरिक गतिविधियों में भी काफी एक्टिव रहते हैं। 102 वर्ष की आयु में भी वे दौड़ते हैं, कैनोइंग करते हैं और पुल-अप्स भी कर सकते हैं। वे चीनी, प्रोसेस्ड मीट, डेयरी प्रोडक्ट्स और केमिकल से बचते हैं, ऑर्गेनिक फूड (Organic Food) का चयन करते हैं और भोजन को स्टीमिंग, उबालने और फरमेंटेशन जैसी सरल तरीकों से पकाते हैं। माइक का जीवन इस बात का प्रमाण है कि सही आहार और सक्रिय जीवनशैली से न केवल बीमारियों को हराया जा सकता है, बल्कि लंबे समय तक स्वस्थ जीवन भी जिया जा सकता है।