रूस-युक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine war) को रोकने में संयुक्त राष्ट्र (UN) की विफलता पर FEMEN समूह की महिलाओं ने आक्रोश जताया है। इस समूह की दो महिलाओं ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र परिसर के बाहर टॉपलेस होकर प्रदर्शन किया और "ब्रोकन चेयर" नामक एक प्रसिद्ध लकड़ी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया।
नई दिल्ली। रूस-युक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine war) को रोकने में संयुक्त राष्ट्र (UN) की विफलता पर FEMEN समूह की महिलाओं ने आक्रोश जताया है। इस समूह की दो महिलाओं ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र परिसर के बाहर टॉपलेस होकर प्रदर्शन किया और “ब्रोकन चेयर” नामक एक प्रसिद्ध लकड़ी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया। 12 मीटर ऊंची यह मूर्ति एक टूटी हुई कुर्सी का प्रतीक है, जो लैंडमाइंस के कारण होने वाले विनाश और पीड़ा को दर्शाती है। FEMEN की दो कार्यकर्ताओं ने आरी की मदद से मूर्ति की एक टांग को काटने की कोशिश की, जिससे उसमें कई गहरे निशान पड़ गए।
Раздетые активистки Femen устроили акцию против России и ООН возле Дворца Наций в Женеве. Вот как это было pic.twitter.com/IW6qQJegU8
— DW на русском (@dw_russian) December 13, 2024
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने ठंड के बावजूद अपने शरीर पर कोई कपड़ा नहीं पहना था। उनके शरीर पर नीले और पीले रंग (यूक्रेन के झंडे के रंग) में “स्टॉप माइंस” और “**** रूस” जैसे संदेश लिखे थे।
Activists from the FEMEN group held an anti-Russian rally in front of the United Nations office in Geneva and damaged the "Broken Chair" monument with chainsaws.https://t.co/3FHHX7uxiC
— Visegrád 24 (@visegrad24) December 14, 2024
उन्होंने बार-बार संयुक्त राष्ट्र (UN) और रूस के खिलाफ नारे लगाए। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करने से मना कर दिया। इस बवाल के बाद पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। FEMEN ने अपने बयान में संयुक्त राष्ट्र (UN) को शांति स्थापित करने में असफल बताते हुए रूस को संयुक्त राष्ट्र (UN) से बाहर करने की मांग की।
उन्होंने कहा,कि यूक्रेन, सैन्य आक्रमण और विश्वासघात का शिकार हुआ है। दुनिया केवल स्मारकों के सहारे इस विनाश से मुंह नहीं मोड़ सकती। हमें बचाने के लिए निर्णायक कदम उठाने होंगे।