ब्रिटेन में गुरुवार 4 जुलाई को आम चुनाव (General Election) के लिए मतदान होना है। आम चुनाव (General Election) में सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी और विपक्षी लेबर पार्टी में टक्कर है। हालांकि चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में लेबर पार्टी को बहुमत मिलने का दावा किया जा रहा है।
नई दिल्ली। ब्रिटेन में गुरुवार 4 जुलाई को आम चुनाव (General Election) के लिए मतदान होना है। आम चुनाव (General Election) में सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी और विपक्षी लेबर पार्टी में टक्कर है। हालांकि चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में लेबर पार्टी को बहुमत मिलने का दावा किया जा रहा है। कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व ऋषि सुनक (Rishi Sunak) और लेबर पार्टी का नेतृत्व कीर स्टर्मर कर रहे हैं। तो आइए जानते हैं कि ब्रिटेन में होने वाले आम चुनाव में किन बड़े चेहरों पर पूरी दुनिया की निगाहें होंगी।
कीर स्टर्मर
लेबर पार्टी के नेता कीर स्टर्मर एक पूर्व मानवाधिकार वकील और मुख्य जन अभियोजक रह चुके हैं। चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में लेबर पार्टी को बहुमत मिलने का दावा किया गया है। ऐसे में बहुत संभावना है कि ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री कीर स्टर्मर बन सकते हैं। लेबर पार्टी के पूर्व नेता जेरेमी कोर्बिन के नेतृत्व में लेबर पार्टी वामपंथी की तरफ झुक गई थी। कीर स्टर्मर को पार्टी को फिर से मध्यमार्गी बनाने का श्रेय दिया जाता है।
ऋषि सुनक
कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक (Rishi Sunak) एक बार फिर देश का पीएम बनने की रेस में हैं। हालांकि सर्वे में बताया गया है कि इस बार उनकी राह बेहद मुश्किल है। अक्तूबर 2022 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन में बढ़ती महंगाई पर काबू करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उन पर कई वादों को पूरा न करने का आरोप भी लग रहा है, जिसके चलते उनके खिलाफ लोगों में नाराजगी भी है। सुनक, ब्रिटेन के पहले एशियाई और हिंदू प्रधानमंत्री हैं।
निगेल फरेज
यूरोपीय संसद के पूर्व सांसद 60 वर्षीय निगेल फरेज को ब्रिटेन की राजनीति के सबसे विभाजनकारी नेताओं में गिना जाता है। 2016 में ब्रिटेन के अधिकांश लोगों को यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए वोट देने के लिए राजी करने में मदद करने के बाद उन्हें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मिस्टर ब्रेग्जिट उपनाम मिला। कल के चुनाव में वह आठवीं बार सांसद बनने की कोशिश कर रहे हैं। वे कट्टर दक्षिणपंथी रिफॉर्म यूके पार्टी के प्रमुख हैं। कई सर्वेक्षणों में दावा किया जा रहा है कि रिफॉर्म यूके पार्टी कई प्रमुख सीटों पर कंजर्वेटिव पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है। फरेज पर नस्लवादी और समलैंगिक विरोधी बयान देने के भी आरोप लगते रहे हैं।