केंद्र में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बन गई है। एनडीए की सरकार में राजनाथ सिंह एक बार फिर रक्षामंत्री की जिम्मेदारी संभाली है। एनडीए की सरकार में राजनाथ सिंह दूसरी बार रक्षामंत्री की जिम्मेदारी संभाली है। 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत के बाद राजनाथ सिंह को गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी।
नई दिल्ली। केंद्र में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बन गई है। एनडीए की सरकार में राजनाथ सिंह एक बार फिर रक्षामंत्री की जिम्मेदारी संभाली है। एनडीए की सरकार में राजनाथ सिंह दूसरी बार रक्षामंत्री की जिम्मेदारी संभाली है। 2014 के लोकसभा चुनाव में जीत के बाद राजनाथ सिंह को गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी।
रक्षामंत्री की जिम्मेदारी संभालने के बाद कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी ने फिर से मुझे रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है। हम चाहते हैं कि एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण हो। रक्षा उत्पाद में हम आत्मनिर्भर बनें, यह हमारा सबसे बड़ा उद्देश्य है। हमने 21,000 करोड़ रुपए से अधिक का रक्षा उपकरण एक्सपोर्ट किया है। हमारा लक्ष्य अगले 5 सालों में इस आंकड़े को 50,000 करोड़ रुपए तक ले जाना है। हमें अपनी तीनों सेनाओं-भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना पर गर्व है।
बता दें राजनाथ सिंह के अलावा धर्मेंद्र प्रधान ने भी शिक्षा मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। उन्होंने Neet परीक्षा में हुई कथित धांधली को लेकर कहा कि कोई घोटाला नहीं हुआ है। मामला कोर्ट में है और जांच हो रही है। मैं सभी बच्चों और उनके अभिवावकों को निश्चिंत करना चाहूंगा कि कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। हम लोग कोर्ट के आदेश को स्वीकार करेंगे। धर्मेंद्र प्रधान के साथ राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी को भी शित्रा मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि, जयंत चौधरी का काम धर्मेंद्र प्रधान की मदद करना होगा।