प्रदेश में जिला स्तर पर विभिन्न समितियां बनेंगी जिसमें निवार्चित जनप्रतिनिधियों के साथ ही डॉक्टर, वकील और इंजीनियर आदि भी शामिल होंगे। विश्वविद्यालयों में नए-नए उपयोगी पाठ्यक्रम प्रारंभ होने चाहिए। मेडिकल यूनिवर्सिटी भी बहुआयामी पाठ्यक्रमों का संचालन कर सकती है।
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में जिला स्तर पर विभिन्न समितियां बनेंगी जिसमें निवार्चित जनप्रतिनिधियों के साथ ही डॉक्टर, वकील और इंजीनियर आदि भी शामिल होंगे। यह एक ऐसा मॉडल होगा, जिसमें विकास का दायरा काफी विस्तृत होगा। मुख्यमंत्री जिला स्तरीय समितियों के अध्यक्ष और जिला प्रभारी मंत्री उपाध्यक्ष होंगे। यह मॉडल सम्पूर्ण प्रदेश में लागू होगा और विकास के नए प्रतिमान स्थापित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कलेक्टर कार्यालय, जबलपुर में नवीनीकृत राजस्व अभिलेखागार के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्व के क्षेत्र में यह एक नूतन व्यवस्था है जो सुशासन के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना द्वारा किये गये नवाचार की सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज नागरिकों को दस्तावेजों की हार्ड कापी और सॉफ्ट कापी दोनों ही उपलब्ध करवाने की व्यवस्था है। जबलपुर जिला प्रशासन इस पहल के लिए बधाई का पात्र है। कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह और सांसद वी.डी. शर्मा ने भी संबोधित किया।
विश्वविद्यालयों में नए पाठ्यक्रमों की शुरूआत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विश्वविद्यालयों में नए-नए उपयोगी पाठ्यक्रम प्रारंभ होने चाहिए। मेडिकल यूनिवर्सिटी भी बहुआयामी पाठ्यक्रमों का संचालन कर सकती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह बी.एसी. एग्रीकल्चर के प्रति युवा आकर्षित हो रहे हैं, वैसे ही अन्य रोजगारपरक पाठ्यक्रम लागू कर विद्यार्थियों का दिल जीतने का कार्य किया जाए।
मंदसौर में कृषि उद्योग समागम 3 मई को
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मालवा सहित प्रदेश के सभी अंचलों में सेक्टरवाइज आयोजन होंगे। प्रत्येक संभाग में इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के बाद अब सेक्टरवाइज और विषयवार यह कार्यक्रम होंगे। मंदसौर में 3 मई में कृषि उद्योग समागम हो रहा है। अगला आयोजन महाकौशल अंचल में होगा। प्रदेश भर में प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना का कार्य तेजी से होगा।