Champions Trophy 2025 controversy: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन में अब बस दो ही महीनों का वक्त रह गया है, लेकिन टूर्नामेंट के शेड्यूल और वेन्यू को लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। दरअसल, बीसीसीआई भारतीय टीम को किसी भी कीमत पर पाकिस्तान भेजने को तैयार नहीं है, जबकि पीसीबी पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान में ही आयोजित करने की जिद पर अड़ा है। हालांकि, कुछ शर्तों के साथ पीसीबी हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट के आयोजन के लिए तैयार है। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
Champions Trophy 2025 controversy: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन में अब बस दो ही महीनों का वक्त रह गया है, लेकिन टूर्नामेंट के शेड्यूल और वेन्यू को लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। दरअसल, बीसीसीआई भारतीय टीम को किसी भी कीमत पर पाकिस्तान भेजने को तैयार नहीं है, जबकि पीसीबी पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान में ही आयोजित करने की जिद पर अड़ा है। हालांकि, कुछ शर्तों के साथ पीसीबी हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट के आयोजन के लिए तैयार है। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
पाकिस्तान टीम के पूर्व कोच और विकेटकीपर बल्लेबाज राशिद लतीफ से एक कार्यक्रम के दौरान चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर छिड़े विवाद को लेकर सवाल किया गया। उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी होगी? इस पर उन्होंने सलाह दी कि भारत से पहले पाकिस्तान को खुद चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का बायकॉट कर देना चाहिए, नहीं तो वह कहीं का नहीं रहेगा। राशिद लतीफ ने कहा, “होनी नहीं चाहिए वैसे, बीसीसीआई कोई कदम उठाए, उससे पहले आप बायकॉट कर दो। अगर बीसीसीआई ने पहले बायकॉट कर दिया तो फिर पाकिस्तान कहीं का नहीं बचेगा।”
लतीफ़ ने यह भी कहा, “हम हमेशा मोहरे बने हुए हैं। चाहे बात क्रिकेट की हो या फिर किसी ओर की। आईसीसी, पीसीबी और एसीबी कोई भी बीसीसीआई से नहीं लड़ सकता। इस समय फ्रंट पर पाकिस्तान है। डर ये है कि हम फाइट जरूर कर रहे हैं, लेकिन अगर इंडिया बायकॉट कर देता है तो हम कहां खड़े होंगे।” बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर आईसीसी की ओर से बीसीसीआई और पीसीबी को राजी करने प्रयास किया जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पीसीबी के सूत्रों ने कहा है कि पाकिस्तान, चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित होने पर तभी राजी होगा, जब साल 2031 तक भारत में होने वाले अगले आईसीसी इवेंट भी इसी तर्ज पर आयोजित होंगे।