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बगैर मोदी जी के आशीर्वाद से कौन सा देश केवल अडानी को चुनेगा, हम ये चाहते हैं JPC का हो गठन : खरगे

इसके पहले भी अडानी समूह पर Stock Market की हेराफेरी, Accounting Fraud, Over Invoicing और Shell Companies जैसे गंभीर आरोप सामने आए हैं। जहां-जहां मोदी जी जाते हैं, जिस भी देश में जाते हैं, वहां-वहां अडानी को कॉन्ट्रैक्ट मिलते हैं, ऐसी बहुत लंबी लिस्ट है। इसीलिये हम चाहते थे कि इस पर dispassionately सदन में चर्चा हो।

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, आज हमने संसद में 267 के तहत अडानी का मुद्दा उठाया था। अडानी समूह पर Corruption, Bribery और Financial Irregularities के गंभीर आरोप हैं, उसके बारे में हम इस मुद्दे को सदन के समक्ष रखना चाहते थे। क़रीब ₹2030 करोड़ की रिश्वत दी गई। जनता के पैसे का इस्तेमाल रिश्वत के लिए दिया गया, इसके बारे में हम देश को सदन के माध्यम से बताना चाहते थे और प्रधानमंत्री जी और उनके मंत्री परिषद के सामने हम ये मुद्दे रख रहे थे।

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इसके पहले भी अडानी समूह पर Stock Market की हेराफेरी, Accounting Fraud, Over Invoicing और Shell Companies जैसे गंभीर आरोप सामने आए हैं। जहां-जहां मोदी जी जाते हैं, जिस भी देश में जाते हैं, वहां-वहां अडानी को कॉन्ट्रैक्ट मिलते हैं, ऐसी बहुत लंबी लिस्ट है। इसीलिये हम चाहते थे कि इस पर dispassionately सदन में चर्चा हो। जिस चीज़ से देश का नुक्सान हो रहा है, जिसके चलते दुनिया का भरोसा हम से उठ सकता हो, उस वक्त ये चीज़े सदन में लाना ज़रूरी है। देश को बचाने के लिए हमने ये मुद्दा उठाया था।

उन्होंने आगे कहा, मोदी जी आज “हुड़दंग” मचाने की बात कह रहे थे…मोदी जी खुद ही जब जून 2015 में बांग्लादेश गए थे, वहां पर अडानी समूह को पॉवर प्रोजेक्ट मिला। मलेशिया, इजराइल, सिंगापूर, श्रीलंका, नेपाल, तंज़ानिया, वियतनाम, ग्रीस, आदि में जहां-जहां मोदी जी गए, अडानी को प्रोजेक्ट मिले। केन्या ने तो जनता के दबाव में कॉन्ट्रैक्ट को अभी cancel कर दिया।

बगैर मोदी जी के आशीर्वाद से कौन सा देश केवल अडानी को चुनेगा? मोदी जी के समर्थन से ये सब कुछ हो रहा है, इसका असर देश पर पड़ रहा है। ये मुद्दा हम उठाना चाहते थे। एक कंपनी के business interests को promote करने, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने, रिश्वत के भुगतान को facilitate करने के केंद्र सरकार की PSU SECI पर ये सवाल है। नियम 267 ऐसे ज़रूरी मुद्दे उठाने के लिए ही बना है।

हम ये चाहते हैं कि एक Joint Parliamentary Committee (JPC) का गठन हो, जिसमें उनके पार्टी के लोग तो ज़्यादा ही होंगे। JPC गठित करो, सच्चाई बाहर आने दो! मोदी जी विदेशों में विपक्ष को target कर कहते हैं कि हम उनकी छवि ख़राब कर रहें हैं। देश की छवि तो आप ख़राब कर रहें हैं, ऐसे भ्रष्टाचार और ठेकेदारी दिलाने के कारनामों से…

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