HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. ख़बरें जरा हटके
  3. आखिर रात में पोस्टमार्टम क्यों नहीं किया जाता, जानिए वजह!

आखिर रात में पोस्टमार्टम क्यों नहीं किया जाता, जानिए वजह!

By टीम पर्दाफाश 
Updated Date

मुंबई: पोस्टमार्डम एक तरह की शल्य क्रिया होती है, जिसमें म्रत शव का परीक्षण कर मौत के सही कारणों का पता लगाया जाता है.किसी भी म्रत व्यक्ति का पोस्टमार्टम करने से पहले उसके सगे सम्बन्धियों की सहमति प्राप्त करना आवश्यक होता है.

पढ़ें :- Viral Video: बुजुर्ग व्यक्ति ने की दो पिल्लो के साथ हैवानियत, गर्दन मरोड़ कर मारने के बाद पॉलीथीन मेंं भरकर फेंका

व्यक्ति की मौत के 6 से 10 घंटे के भीतर ही उसका पोस्टमार्टम किया जाता है. अधिक समय होने के बाद शव में कई तरह के प्राकृतिक परिवर्तन हो जाने की आशंका होती हैं, इसलिए जल्दी उसका पोस्टमार्टम किया जाता है. क्या आप जानते है, की डॉक्टर रात के समय पोस्टमार्टम क्यो नहीं करते हैं. डॉक्टरों के द्वारा रात में पोस्टमार्टम न करने की वजह रोशनी होती है.

रात के समय एलईडी या ट्यूबलाइट की कृतिम रौशनी में चोट का रंग लाल की जगह बैगनी दिखाई देता है. फोरेंसिक साइंस में कभी भी बैगनी चोट होने का उल्लेख नहीं किया गया है, जबकि कुछ धर्मों में रात को अंत्येष्टि नहीं होती.

रात में पोस्टमार्टम न करने के पीछे एक कारण ये भी हैं की प्राकृतिक या कृत्रिम रोशनी में चोट का रंग अलग दिखने की वजह से पोस्टमार्टम रिपोर्ट को कोर्ट द्वारा चेतावनी भी दी जा सकती है.

पढ़ें :- Viral Video: बिना फ्रिज और घड़े के पानी होगा पंद्रह मिनट में ठंडा, जुगाड़ देख आप भी रह जाएंगे हैरान
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...