अवैध खनन घोटाला मामले में सीबीआई (CBI) के तरफ से भेजे गए समन पर जवाब देते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने जांच में सहयोग करने की बात कही है। साथ ही उन्होंने चुनाव से पहले नोटिस दिए जाने पर भी सवाल उठाया है।
लखनऊ। अवैध खनन घोटाला मामले में सीबीआई (CBI) के तरफ से भेजे गए समन पर जवाब देते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने जांच में सहयोग करने की बात कही है। साथ ही उन्होंने चुनाव से पहले नोटिस दिए जाने पर भी सवाल उठाया है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने वीडियो कांफ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिए पेश होने की बात कही है। अखिलेश यादव ने समन को लेकर सवाल किया कि 2019 के बाद यानि पिछले 5 सालों में कोई जानकारी क्यों नहीं मांगी गई?
डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने सीबीआई (CBI) के समन को लेकर कहा कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर दबाव बनाया जा रहा है। राज्यसभा के चुनाव से सरकार घबराई हुई है। डिंपल ने कहा कि वे पहले नेता प्रतिपक्ष नहीं हैं जिन्हें समन भेजा गया है। लगातार नेताओं, उद्योगपतियों, व्यापरियों, छोटे व्यापारियों पर दबाव बनाया जा रहा है। INDIA गठबंधन की मजबूती से यह सरकार डर गई है, इसलिए यह किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने समन के जवाब में कहा कि जांच में सहयोग के लिए तैयार हूं। लखनऊ में जांच-पड़ताल हो। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) से जुड़ सकता हूं। साथ ही उन्होंने सवाल भी उठाया है। अखिलेश ने कहा कि चुनाव से पहले ही नोटिस क्यों भेजा है?
वहीं, अखिलेश की पत्नी और सपा सांसद डिंपल यादव ने भी इसपर प्रतिक्रिया दी है. डिंपल ने कहा, वे पहले नेता प्रतिपक्ष नहीं हैं जिन्हें समन भेजा गया है. लगातार नेताओं, उद्योगपतियों, व्यापरियों, छोटे व्यापारियों पर दबाव बनाया जा रहा है. INDIA गठबंधन की मजबूती से यह सरकार डर गई है, इसलिए यह किया जा रहा है.
पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी (Party spokesperson Rajendra Chaudhary) ने कहा कि वह (Akhilesh Yadav) कहीं नहीं जा रहे हैं। वह लखनऊ में एक बैठक में भाग लेंगे। यादव को सीबीआई (CBI) द्वारा जारी नोटिस पर उन्होंने कहा कि मुझे इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं है, लेकिन यह तय है कि वह आज दिल्ली नहीं जा रहे हैं। सपा सूत्रों के मुताबिक यादव का यहां पार्टी कार्यालय में पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग (PDA) की बैठक में शामिल होने का कार्यक्रम है और अब तक उनकी कहीं भी जाने की कोई योजना नहीं है।