सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का दिन बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन अबूझ मुहूर्त का निर्माण होता है। इस दिन धन वैभव की देवी लक्ष्मी जी की इस दिन केसर हल्दी से विशेष पूजा जरूर करनी चाहिए इससे परिवार की आर्थिक तंगी दूर हो जाती है।
Akshaya Tritiya 2024 : सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का दिन बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन अबूझ मुहूर्त का निर्माण होता है। इस दिन धन वैभव की देवी लक्ष्मी जी की इस दिन केसर हल्दी से विशेष पूजा जरूर करनी चाहिए इससे परिवार की आर्थिक तंगी दूर हो जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन किए गए शुभ कार्यों का कभी नाश नहीं होता है। इस बार अक्षय तृतीया वाले दिन यानी 10 मई को गजकेसरी योग और रवि योग होने की वजह से कई वस्तुओं की खरीदारी करना बहुत ही शुभ रहने वाला है।
वैदिक पंचांग के अनुसार अक्षय तृतीया की तिथि 10 मई शुक्रवार को सुबह 4 बजकर 16 मिनट से शुरू होगी और इसका अंत 11 मई के दिन सुबह 2 बजकर 51 मिनट पर हो जाएगा। इसलिए इस साल अक्षय तृतीया 10 मई को मनाई जाएगी।
माता लक्ष्मी को खीर का भोग अवश्य लगाएं
अक्षय तृतीया के दिन सुबह चौखट पर हल्दी का पानी डालें। इसके बाद केसर व हल्दी से माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर खीर का भोग अवश्य लगाएं। ऐसा करने से आर्थिक परेशानियां धीरे धीरे दूर हो जाती हैं और माता लक्ष्मी की कृपा से नौकरी व कारोबार में अच्छी वृद्धि भी होती है।
गजकेसरी योग
अक्षय तृतीया के दिन गजकेसरी योग और धन योग बन रहे हैं। दरअसल, अक्षय तृतीया पर सूर्य और शुक्र की मेष राशि में युति हो रही है, जिससे शुक्र आदित्य योग बन रहा है।
स्नान दान
ज्योतिष का कहना है कि इस दिन स्नान दान करने से ऐसे पुण्य फल की प्राप्ति होती है जो कभी समाप्त नहीं होता है। इसलिए इसे अक्षय यानी कभी ना नष्ट होने वाली तृतीया कहा जाता है।
गृह प्रवेश
गृह प्रवेश के लिए अक्षय तृतीया का पूरा दिन शुभ माना जाता है क्योंकि इस दिन अबूझ मुहूर्त रहता है, यानी बिना मुहूर्त देखे अक्षय तृतीया पर कोई भी मांगलिक कार्य किया जा सकता है। फिर भी अगर आप विशेष मुहूर्त देखकर गृह प्रवेश करना चाहते हैं तो इस दिन 6 घंटे 44 मिनट का शुभ मुहूर्त है।
अक्षय तृतीया पर गृह प्रवेश के लिए सुबह 05.33 मिनट से दोपहर 12.18 मिनट का समय बेहद शुभ होगा।