महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने रविवार को बीजेपी का संकल्प पत्र जारी किया। इसके बाद अपने संबोधन में अमित शाह (Amit Shah) ने महायुति गठबंधन (Mahayuti Alliance) में मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया है।
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने रविवार को बीजेपी का संकल्प पत्र जारी किया। इसके बाद अपने संबोधन में अमित शाह (Amit Shah) ने महायुति गठबंधन (Mahayuti Alliance) में मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया है। जिसको लेकर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की भौंहे तन सकती हैं। अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि अभी तो हमारे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) हैं, लेकिन चुनाव के बाद हम सभी बैठकर इस पर विचार-विमर्श करेंगे। इस दौरान उन्होंने शरद पवार (Sharad Pawar) पर भी निशाना साधा है।
इस दौरान अमित शाह (Amit Shah) ने शरद पवार (Sharad Pawar) पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बार हम मुख्यमंत्री चुनने के लिए शरद पवार को मौका नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि शरद पवार (Sharad Pawar) को झूठी कहानियां बनाने की आदत है। लेकिन इस बार उनकी कहानियां काम नहीं करेंगी।
बीजेपी ने किसानों का कर्ज माफ करने का ऐलान किया है। साथ ही किसानों के लिए भावांतर योजना लागू करने की भी घोषणा की गई है। महाराष्ट्र में 25 लाख नई नौकरियों का भी वादा किया गया है। राज्य में स्किल सेंटर्स खोलने का भी ऐलान किया गया है। बीजेपी ने वृद्धा पेंशन 2100 रुपये प्रतिमाह करने का वादा किया है।
गृह मंत्री अमित शाह ( Home Minister Amit Shah) ने कहा कि संकल्प पत्र आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) पर जमकर निशाना साधा। अमित शाह (Amit Shah) ने कहा,कि मैं उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) से पूछना चाहता हूं क्या वह कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से वीर सावरकर के लिए दो अच्छे शब्द बोलने को कह सकते हैं। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। पिछले चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं। हालांकि, चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए से अलग हो गई और उसने एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली। शिवसेना के उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) मुख्यमंत्री बने थे।