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बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को सुनाई सजा-ए-मौत,कथित तौर पर मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी करार

नई दिल्ली। बांग्लादेश की अंतर्राष्ट्रीय अपराध ट्रिब्यूनल (ICT ) ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पिछले साल राजधानी ढाका में हुए छात्र आंदोलन के दौरान मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी पाया है। कोर्ट ने उन्हें मौत की सजा सुनाई है। बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना पिछले साल से ही भारत में निर्वासित जीवन जी रही हैं। इस बीच अगले साल फरवरी में बांग्लादेश में आम चुनाव होने को हैं। पूर्व पीएम शेख हसीना को तीन आरोपों (तीन काउंट) में दोषी पाया गया है और मौत की सजा सुनाई गई है। ICT ने कहा कि तीनों आरोपों के लिए हमने एक ही मौत की सजा देने का फैसला किया है। अदालत की इस घोषणा के साथ ही कोर्ट में वकीलों ने तालियां बजाई।

By संतोष सिंह 
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नई दिल्ली। बांग्लादेश की अंतर्राष्ट्रीय अपराध ट्रिब्यूनल (ICT ) ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पिछले साल राजधानी ढाका में हुए छात्र आंदोलन के दौरान मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी पाया है। कोर्ट ने उन्हें मौत की सजा सुनाई है। बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना पिछले साल से ही भारत में निर्वासित जीवन जी रही हैं। इस बीच अगले साल फरवरी में बांग्लादेश में आम चुनाव होने को हैं। पूर्व पीएम शेख हसीना को तीन आरोपों (तीन काउंट) में दोषी पाया गया है और मौत की सजा सुनाई गई है। ICT ने कहा कि तीनों आरोपों के लिए हमने एक ही मौत की सजा देने का फैसला किया है। इस घोषणा पर कोर्ट रूम में वकीलों ने तालियां बजाई।

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ICT ने शेख हसीना को तीन अपराधों के तहत दोषी करार दिया है और मौत की सजा सुनाई है। इनमें भड़काना, हिंसा के लिए आदेश देना और अत्याचारों को रोकने में असफल रहना शामिल है। शेख हसीना को इन तीन अपराधों के लिए मौत की सजा दी गई है। इसके साथ ही पूर्व गृहमंत्री को भी फांसी की सजा सुनाई गयी है। शेख हसीना और तत्‍कालीन गृहमंत्री दोनों ही इस समय भारत में हैं। वहीं, पुलिस चीफ को 5 साल जेल की सजा सुनाई गई है। इस फैसले के बाद मोहम्‍मद युनूस सरकार ने कोर्ट से कहा है कि वह भारत से पूर्व प्रधानमंत्री हसीना के प्रत्‍यर्पण के लिए कानूनी रास्‍ता अपनाएगी। इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। अभियोजन पक्ष ने कोर्ट के फैसले को शहीदों और देशभक्‍तों की जीत बताया है।

शेख हसीना को फांसी की सजा सुनाए जाने पर कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्‍लामी बहुत खुश है। जमात के नेता मिया गोलम पारवार ने कहा कि आज का दिन बांग्‍लादेश के लिए महत्‍वपूर्ण दिन है। उन्‍होंने जुलाई 2024 में मारे गए लोगों को याद किया और उन्‍हें श्रद्धांजलि दी। दूसरी तरफ, शेख हसीना को फांसी की सजा सुनाए जाने के विरोध में उनकी पार्टी अवामी लीग ने लोगों से देशव्‍यापी बंद का आह्वान किया है। शेख हसीना की पार्टी ने अपने समर्थकों से कहा कि वे हड़ताल करने का निर्देश दिया है।

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