चेहरे पर अगर कील मुहांसे और फुंसियां हो तो चेहरा बहुत ही भद्दा लगता है। ऑयली स्किन वालों के साथ खास ऐसा होता है। ऑयली स्किन वालों के चेहरे पर कील मुहासे, पिंपल्स, रिंकल्स, खुजली आदि दिक्कतें होती है।
चेहरे पर अगर कील मुहांसे और फुंसियां हो तो चेहरा बहुत ही भद्दा लगता है। ऑयली स्किन वालों के साथ खास ऐसा होता है। ऑयली स्किन वालों के चेहरे पर कील मुहासे, पिंपल्स, रिंकल्स, खुजली आदि दिक्कतें होती है।
अगर ऑयली स्किन वाले लोग नीम को स्किन केयर रुटीन में शामिल करने से स्किन की तमाम समस्याओं से छुटकारा मिलता है। नीम की छाल स्किन में लगाने से सुंदर, साफ और चमकदार बनती है। साथ ही स्किन इंफेक्शन से बचाता है।कील मुंहासे की वजह से आपके चेहरे पर प्राकृतिक रूप से गड्ढे दिखाई देने लगते हैं। जिन्हें नीम की छाल के इस्तेमाल से भर सकते हैं।
क्योंकि नीम एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जो आपकी स्किन को अंदर तक साफ करने और कोशिकाओं को रिपेयर करने में मदद करते हैं।इसके लिए आप नीम की छाल को सुखाकर उसका पाउडर बना लें।
फिर इसमें गुलाब जल और विटामिन सी की गोलियां डालकर एक थिक पेस्ट बना लें। आप इसे चेहरे और गर्दन वाले हिस्से पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें उसके बाद ठंडे पानी से धो लें।गलत प्रोडक्ट के इस्तेमाल से अधिकतर लोगों को स्किन इन्फेक्शन की समस्या से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में अपने औषधीय, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल स्किन इन्फेक्शन को दूर करने में मदद करते हैं। नीम की छाल घिसकर चेहरे पर लगाने से ऑयली स्किन से छुटकारा मिलता है।