मॉडर्न पूजा/साधना पद्धति-अयोध्या धाम, ओरछा धाम, काशी धाम, चित्रकूट धाम, मथुरा धाम की यर्थाथ गाथा नामक पुस्तक में लोक सभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की गई है। इस पुस्तक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की जन्मकुण्डली का वैदिक विश्लेषण किया गया है, जिसमें स्पष्ट उल्लेख है कि भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा।
अयोध्या/लखनऊ। मॉडर्न पूजा/साधना पद्धति-अयोध्या धाम, ओरछा धाम, काशी धाम, चित्रकूट धाम, मथुरा धाम की यर्थाथ गाथा नामक पुस्तक में लोक सभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की गई है। इस पुस्तक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की जन्मकुण्डली का वैदिक विश्लेषण किया गया है, जिसमें स्पष्ट उल्लेख है कि भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा। इस पुस्तक में दावा किया गया है अमित शाह गृहमंत्री के साथ-साथ उप प्रधानमंत्री भी बनेगें। यूपी में भाजपा को 50-55 सीटें व इंडिया गठबंधन को 25-30 सीटें मिलेंगी।
पुस्तक के लेखक अध्यक्ष अयोध्या सेवा न्यास/तत्कालीन उपनिदेशक सूचना अयोध्या मण्डल, अयोध्या डा. मुरलीधर शास्त्री हैं। उन्होंने बताया कि इसका विमोचन विगत 17 अप्रैल 2024 को रामनवमी के अवसर पर प्रसार भारती के चेयरमेन डाॅ नवनीत सहगल व अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में श्रीराम जन्म भूमि परिसर में पुस्तक का विमोचन किया गया था। पुस्तक के माध्यम से अयोध्या की संस्कृति लगभग 496 साल से इस आर्यावर्त के मर्यादा पुरूषोत्तम राम की नगरी में उनके जन्मस्थान पर मंदिर के लिए संघर्ष रहा। इसका परिणाम 9 नवम्बर 2019 को सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद हुआ तथा जिसका अंतिम परिणाम श्रीरामलला विराजमान मंदिर का लोकार्पण 22 जनवरी 2024 को हो गया।
पुस्तक के लेखक डॉ. मुरलीधर शास्त्री जन्म दिवस व भाजपा का स्थापना दिवस 06 अप्रैल है। इसके आधार पर वैदिक ज्योतिष के ग्रह बता रहे हैं। डॉ. शास्त्री ने बताया कि इस घटनाओं को सामान्य व्यक्ति होने के कारण व सूचना विभाग के अधिकारी होने के कारण मुझे नजदीक से देखने का मौका मिला, जिसमें अयोध्या के निर्माण में करोड़ों लोगों का योगदान है पर 108 उन महानुभावों का विशेष योगदान है जो अपने जीवन के समर्पित कर राम आंदोलन को आगे बढ़ाया। हमारी इस पुस्तक में उन महानुभावों का विशेष योगदान रहा। यह पुस्तक 432 पेज की है जिसमें 12 कलर पृष्ठ में फोटो भी संलग्न है।
इस पुस्तक में मुख्य रूप से अयोध्या के विषय में व्यापक रूप से ओरछा धाम में राम के स्थान का व्यापक रूप से काशी धाम में महादेव के स्थान का व्यापक रूप से तथा राम के 11 वर्ष के वनवास में चित्रकूट धाम में निवास का और भगवान राम के अवतार कृष्ण के धाम मथुरा के विशेष पहलुओं का उल्लेख किया गया। इस पुस्तक में परम्परागत रूप से हटकर मार्डन पूजा पद्धति एवं साधना पद्धति का भी उल्लेख किया गया, जिसमें कि कोई भी व्यक्ति पैन्ट सर्ट पहनकर पूजा कर सकता है तथा कैनवास का जूता पहनकर माला भी जब सकता है। क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति 24 घंटे में 21600 सांस लेता है और सभी सांस में हंस स्वरूप परमात्मा का ध्यान करता है। यह पुस्तक मूल रूप से स्वन्तासुखाय है ।
हनुमान जी अयोध्या के अधिपति हनुमान जी व गुरूओं को समर्पित है । भगवान राम की प्रेरणा से लिखी गयी है इसका सहयोग राशि 641 रूपये है। 641 को अंक दृष्टि से जोड़ेंगे तो कुल 11 होगा, जो परमात्मा को समर्पित है। यह पुस्तक आज ज्येष्ठ माह के प्रथम मंगलवार से सभी बुक स्टालों पर तथा इसके वितरक श्री अयोध्या जी सेवा न्यास (7518077816), रामलला सदन अयोध्या धाम 2/202 विराटखण्ड गोमती नगर लखनऊ (7080510637), जिला सूचना कार्यालय अयोध्या फतेहगंज में सैनी (8384848733) के पास उपलब्ध है।
डॉ. मुरलीधर शास्त्री ने वैदिक, आधुनिक ज्योतिष के आधार पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी , केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह व यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुण्डिलियों का विश्लेषण किया गया है। इसके साथ ही इस पुस्तक में राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना , डॉ. कर्ण सिंह, विधान परिषद सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह, न्यायमूर्ति, उपमुख्यमंत्री , मंत्रियों के संदेश व लेखक के पूर्व सम्पर्क में रहे देश के पूर्व प्रधानमंत्रीअटल बिहारी बाजपेयी, चन्द्रशेखर , पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, मुलायम सिंह, राज्यपाल रहे मोतीलाल बोरा, भाजपा के जाने माने विचारक रहे गोविन्दाचार्य के आज के विचारों व व्यक्तिगत पत्रों का उल्लेख किया गया है। आप सभी को ज्येष्ठ माह के प्रथम मंगलवार की हार्दिक बधाई।
ज्येष्ठ माह के प्रथम मंगलवार से तत्कालीन उपनिदेशक सूचना/अध्यक्ष अयोध्या जी सेवा न्यास डॉ. मुरली धर शास्त्री द्वारा लिखी पुस्तक मार्डन पूजा/साधना पद्वति-अयोध्या धाम आरेछा धाम, काशी धाम, चित्रकूट धाम, मथुरा धाम की यर्थाथ गाथा नामक पुस्तक जनसामान्य के लिए उपलब्ध है।