अखिलेश यादव ने इसको लेकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि, 'UPSSSC के ग्राम पंचायत अधिकारी के विज्ञापन में नियमानुसार ओबीसी के 27% की जगह केवल 9.5% पद प्रकाशित किये जाने के मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए, भाजपा सरकार द्वारा ओबीसी के हक़ मारने के ख़िलाफ़ आंदोलन किया जाए। भाजपा की आरक्षण विरोधी सोच हर बार सामाजिक न्याय के आड़े आती है'।
UP News: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) ने राज्य सरकार के पंचायती राज विभाग के अंतर्गत ग्राम पंचायत अधिकारी के 1468 पदों पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। इन घोषित रिक्तियों में से 849 अनारक्षित हैं, 356 अनुसूचित जाति, 7 अनुसूचित जनजाति, 138 अन्य पिछड़े वर्गों और 117 आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्गों के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। अब इस भर्ती के नोटिफिकेशन को लेकर राजनीति शुरू हो गयी।
UPSSSC के ग्राम पंचायत अधिकारी के विज्ञापन में नियमानुसार ओबीसी के 27% की जगह केवल 9.5% पद प्रकाशित किये जाने के मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए, भाजपा सरकार द्वारा ओबीसी के हक़ मारने के ख़िलाफ़ आंदोलन किया जाए। भाजपा की आरक्षण विरोधी सोच हर बार सामाजिक न्याय के आड़े आती है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 18, 2023
इस भर्ती में पिछड़ों के हक को मारने की बात कही जाने लगी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इसको लेकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘UPSSSC के ग्राम पंचायत अधिकारी के विज्ञापन में नियमानुसार ओबीसी के 27% की जगह केवल 9.5% पद प्रकाशित किये जाने के मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए, भाजपा सरकार द्वारा ओबीसी के हक़ मारने के ख़िलाफ़ आंदोलन किया जाए। भाजपा की आरक्षण विरोधी सोच हर बार सामाजिक न्याय के आड़े आती है’।
रामराज धोखा है, पहले भी रामराज के नाम पर कभी शम्बूक का सिर काटा गया तो कभी एकलव्य का अंगूठा और अब दलितों, आदिवासियों व पिछड़ों का आरक्षण काटा जा रहा है, यानी संविधान प्रदत्त आरक्षण खत्म किया जा रहा है। जागो सावधान हो जाओ। रामराज हटाओ-आरक्षण बचाओ। pic.twitter.com/hhESmDzy1z
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) May 18, 2023
पिछड़ों का आरक्षण काटा जा रहा है
इससे पहले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस भर्ती को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘रामराज धोखा है, पहले भी रामराज के नाम पर कभी शम्बूक का सिर काटा गया तो कभी एकलव्य का अंगूठा और अब दलितों, आदिवासियों व पिछड़ों का आरक्षण काटा जा रहा है, यानी संविधान प्रदत्त आरक्षण खत्म किया जा रहा है। जागो सावधान हो जाओ। रामराज हटाओ-आरक्षण बचाओ’।