19 जून 2025 का राशिफलः गुरुवार का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए, मिथुन राशि के लोग आज नई योजना बन सकते हैं… मेष – आज ऊर्जा और आत्मविश्वास बना रहेगा। किसी पुराने मित्र से लाभ मिल सकता है। आज हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं। वृषभ
19 जून 2025 का राशिफलः गुरुवार का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए, मिथुन राशि के लोग आज नई योजना बन सकते हैं… मेष – आज ऊर्जा और आत्मविश्वास बना रहेगा। किसी पुराने मित्र से लाभ मिल सकता है। आज हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं। वृषभ
18 जून 2025 का राशिफलः बुधवार का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए, वृषभ राशि के लोगों को आज बिजनेस में तरक्की के संकेत हैं। मेष – आत्मविश्वास में वृद्धि। करियर में नए अवसर मिल सकते हैं, परिवार से सलाह लेकर निर्णय लें। आर्थिक रूप से दिन अच्छा रहेगा। वृषभ
17 जून 2025 का राशिफलः मंगलवार का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए, वृष राशि के लिए आज व्यापार में बड़ा लाभ हो सकता हैं। मेष – आज भाग्य का साथ मिलेगा। करियर में तरक्की और प्रमोशन के संकेत हैं। रुका हुआ धन मिल सकता है। वृष – आज व्यापार
Ashad amavasya 2025 : हिंदू धर्म में आषाढ़ अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान का विशेष फल माना जाता है। आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित मानी जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से पितृ की आत्मा को शांति मिलती है
Chaturmas 2025 : हिंदू धर्म में चतुर्मास का बहुत महत्व है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है, यह चार महीनों की अवधि है। यह हर साल आषाढ़ शुक्ल एकादशी (देवशयनी एकादशी) से शुरू होकर कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी (प्रबोधनी एकादशी ) तक रहती है। पौराणिक
16 जून 2025 का राशिफलः सोमवार का राशिफल आचार्य रत्नाकर तिवारी से जानिए, धनु राशि के लोगों को आज समाज सेवा एवं व्यापार में सम्मान मिलेगा। मेष – आज सेहत सुधरेगी जमीन-जायदाद से लाभ व मुकदमा आपके पक्ष में होगा। माता जी का सहयोग मिलेगा। जीवनसाथी का मन प्रसन्न रहेगा।
Navgrah Chalisa : नवग्रह चालीसा एक ऐसी प्रार्थना जो नौ ग्रहों (सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु, और केतु) की जीवंत ऊर्जा लाभ प्रदान करती है। प्राचीन ग्रंथों में इसका जिक्र मिलता है। इसका पाठ करने से ग्रहों के शुभ प्रभाव को बढ़ाया जा सकता है और अशुभ
Surya Sankranti 2025 : 15 जून को सूर्य संक्रांति हैं। इस काल में सूर्य देव एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते है। सूर्य देव मिथुन राशि में गोचर करेंगे और 16 जुलाई तक यहां रहेंगे। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य की संक्रांति के पुण्यकाल के दौरान पवित्र नदियों
Retrograde Planet : वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के वक्री चाल का बहुत महत्व बताया गया है। वक्री ग्रह वे ग्रह हैं जो किसी भी राशि में उल्टी दिशा में गति करने लगते हैं। यह ग्रह का वास्तविक गति नहीं है, बल्कि पृथ्वी से देखने पर ऐसा प्रतीत होता है। 9
Yogini Ekadashi 2025 : सनातन धर्म में एकादशी व्रत को मोक्ष प्राप्ति का साधन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि पूरे मनोभाव से व्रत रखा जाए तो जीवन के सभी कष्ट छूट जाते हैं और पापों से मुक्ति मिलती है। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी
Ardra-Nakshatra Monsoon : सनातन धर्म और वैदिक ज्योतिष में आर्द्रा नक्षत्र को महत्वपूर्ण और प्रभावशाली नक्षत्र माना जाता है। आर्द्रा नक्षत्र रुद्र देवता से जुड़ा है, जो परिवर्तन और विनाश का प्रतीक है। इस नक्षत्र को वर्षा ऋतु के शुभारंभ और जीवन ऊर्जा के संचार से जोड़ा जाता है। साल
Mithun Sankranti 2025 : जब भी सूर्य देव एक राशि छोड़ दूसरी राशि में परिवर्तन करते हैं तो उसे संक्रांति कहा जाता है। सूर्य देव जब मिथुन राशि में प्रवेश करते हैं तो उस समय मिथुन संक्रांति होती है। 15 जून को सूर्य देव वृष राशि से निकलकर मिथुन राशि
Gajkesari Yog : ज्योतिष में योग का बहुत महत्व है। कुंडली में बनने वाले योग अद्भुत प्रभाव फल देने वाले होते है। योग जातक को शुभ और सकारात्मक प्रभाव देने वाले माने जाते है। ज्योतिष में गजकेसरी योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। यह योग मुख्य रूप से
Ashadh Tulsi Puja : आषाढ़ का महीना श्रीहरि भगवान विष्णु को समर्पित है। भगवान नारायण तुलसी का अर्पित किया जाता है। आषाढ़ माह में शुभ फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि इससे सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में देवी लक्ष्मी का वास होता है। एक अन्य
Horoscope, 12 June 2025 : गुरुवार 12 जून को भद्र राजयोग का शुभ संयोग बहुत ही प्रभावशाली है। इस शुभ संयोग में भगवान विष्णु की कृपा से मिथुन और तुला सहित 5 राशियों के लिए लाभ के योग बने हैं। आपको हर कार्य में सफलता प्राप्त होगी और कारोबार में