लखनऊ। भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक (CAG ) की विधानसभा में पेश रिपोर्ट में विकास प्राधिकरणों की मनमानी की बात सामने आई है। रिपोर्ट में करीब 200 करोड़ रुपये के नुकसान की बात कही गई है। सबसे अधिक गड़बड़ी मेरठ और गाजियाबाद में गड़बड़ी के मामले हैं। कैग की रिपोर्ट