शक्ति की उपासना का पर्व नवरात्रि चैत्र मास में भी मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है।
Chaitra Navratri 2024 : शक्ति की उपासना का पर्व नवरात्रि चैत्र मास में भी मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है। नवरात्रि के अवसर पर जगतजननी मां अंबे के नौ रूपों की पूजा की जाती है। शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंद माता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है। हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2024 में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल से शुरू हो रही है। जिसका समापन 18 अप्रैल को होगा।
पौराणिक ग्रंथ रामायण के अनुसार भी भगवान राम ने चैत्र के महीने में देवी दुर्गा की उपासना कर रावण का वध कर विजय प्राप्त की थी। नवरात्रि उत्सव का अंतिम दिन “राम नवमी” के रूप में मनाया जाता है। और इस दिन “सिद्धिदात्री की पूजा ” की जाती है।
चैत्र नवरात्रि 2024
9 अप्रैल 2024 को मां शैलपुत्री की पूजा
10 अप्रैल 2024 को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
11 अप्रैल 2024 को मां चंद्रघंटा की पूजा
12 अप्रैल 2024 को मां कुष्मांडा की पूजा
13 अप्रैल 2024 को मां स्कंद माता की पूजा
14अप्रैल मां 2024 को मां कात्यायनी की पूजा
15 अप्रैल 2024 को मां कालरात्रि की पूजा
16 अप्रैल 2024 को मां महागौरी की पूजा
17 अप्रैल 2024 को मां सिद्धिदात्री की पूजा