देवउठनी एकादशी का व्रत आज पूरे देश में मनाया जा रहा है। धर्म शास्त्रों के अनुसार,आज देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और आज के दिन चातुर्मास का समाप्त होता है।
Dev Uthani Ekadashi 2025 : देवउठनी एकादशी का व्रत आज पूरे देश में मनाया जा रहा है। धर्म शास्त्रों के अनुसार,आज देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और आज के दिन चातुर्मास का समाप्त होता है। देवउठनी एकादशी पर लोग देवों को जागृत करते हैं। आज के दिन सायंकाल में माता तुलसी की पूजा और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष फल है। आज की पूजा के समय गीत गाकर देवों की कृपा प्राप्त की जाती है।
सायंकाल में करें ये काम
करें माता तुलसी की पूजा
तुलसी के पौधे के आसपास की जगह साफ करें। शुद्ध घी का दीपक जलाएं और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का ध्यान करें। तुलसी की 7 बार परिक्रमा करें और हर परिक्रमा में ‘ॐ नमो भगवते नारायणाय’ मंत्र का जाप करें।
लगाएं भगवान को भोग
भगवान विष्णु को भोग में तुलसी दल जरूर शामिल करें। सफेद बर्फी या बताशे अर्पित कर सकते हैं।
दान करें
इस समय किया गया दान बहुत शुभ होता है। गरीब और जरूरतमंदों को शॉल, स्वेटर या कंबल जैसी गर्म और ऊनी चीजें दान करें। पीली वस्तुएं जैसे चने की दाल या हल्दी का भी दान कर सकते हैं।