पूरी दुनिया वाहनों से होने वाले प्रदूषण से परेशान हैं। इसको देखते हुए ज्यादातर देश इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) पर फोकस कर रहे हैं, लेकिन दुनिया का एक देश ऐसा भी है जहां पर इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) पर बैन लगाने की तैयारी की जा रही है। हम इस खबर में यह भी बता रहे हैं कि आखिर ये देश क्यों इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) पर बैन लगाने जा रहा है।
नई दिल्ली। पूरी दुनिया वाहनों से होने वाले प्रदूषण से परेशान हैं। इसको देखते हुए ज्यादातर देश इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) पर फोकस कर रहे हैं, लेकिन दुनिया का एक देश ऐसा भी है जहां पर इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) पर बैन लगाने की तैयारी की जा रही है। हम इस खबर में यह भी बता रहे हैं कि आखिर ये देश क्यों इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) पर बैन लगाने जा रहा है।
जानें किस देश में लगेगा बैन
मीडिया रिपोर्ट्स (Media Reports) के मुताबिक स्विट्जरलैंड (Switzerland) सर्दियों में पूरे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) पर बैन लगाने पर विचार कर रहा है। अगर देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) पर बैन लगाया जाता है तो यह पूरी दुनिया में पहला ऐसा देश होगा जहां पर ईवी पर बैन लगाया जाएगा।
क्यों लगा सकता है बैन
मीडिया रिपोर्ट्स (Media Reports) के मुताबिक स्विट्जरलैंड (Switzerland) ऐसा देश है जहां पर सर्दियों के मौसम में तापमान बेहद कम हो जाता है। पूरे देश के कई इलाकों में भारी बर्फ भी पड़ती है। जिस कारण वहां पर बिजली की सप्लाई भी प्रभावित हो जाती है। बिजली की किल्लत की संभावना को देखते हुए देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) पर बैन लगाने पर विचार किया जा रहा है।
बिजली के लिए दूसरे देशों पर निर्भर है देश
स्विट्जरलैंड (Switzerland) में बिजली की सप्लाई फ्रांस, जर्मनी जैसे देशों से होती है। सर्दियों के समय ज्यादातर यूरोपीय देशों में भारी बर्फबारी होती है। ऐसे में उन देशों में भी बिजली की खपत बढ़ जाती है। लेकिन इस साल कुछ यूरोपिय देश खुद बिजली की परेशानी से जूझ रहे हैं। ऐसे में उम्मीद कम है कि स्विट्जरलैंड को र्प्याप्त मात्रा में बिजली की सप्लाई बाकी देशों से हो पाए।
रूस-यूक्रेन के कारण भी है परेशानी
रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच साल 2022 की शुरूआत से ही युद्ध चल रहा है। जिससे यूरोपीय देशों में गैस की किल्लत भी हो रही है। इन दोनों देशों से पूरे यूरोप को गैस की सप्लाई सहित अन्य जरूरी सामानों की सप्लाई की जाती है। लेकिन दोनों के बीच युद्ध के कारण सभी तरह की सप्लाई प्रभावित है जिसमें गैस की सप्लाई भी शामिल है। यूरोपीय देशों में गैस से सर्दियों में बिजली बनाई जाती है जिससे घरों को गर्म रखा जाता है।
स्विट्जरलैंड की एजेंसी ने दी थी जानकारी
मीडिया रिपोर्ट्स (Media Reports) के मुताबिक स्विस फेडरल इलेक्ट्रिसिटी कमीशन (Swiss Federal Electricity Commission) की ओर से बीते जून महीने में ही इस बात की जानकारी दी गई थी कि सर्दियों में ऊर्जा की सप्लाई में दिक्कत हो सकती है। फ्रेंच न्यूक्लियर पावर जनरेशन (French Nuclear Power Generation) से बिजली नहीं मिलने के कारण देश में ऊर्जा संकट गहरा सकता है।
बैन हो सकते हैं इलेक्ट्रिक वाहन
मीडिया रिपोर्ट्स (Media Reports) के मुताबिक देश की एजेंसी एलकॉम की ओर से बताया गया है कि बिजली की कमी के कारण इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग (Electric vehicle charging) पर बैन लगाया जा सकता है। ऐसा इसलिए किया जाएगा क्योंकि वाहनों पर बैन लगाकर जो बिजली बचाई जाएगी उसकी सप्लाई घरों में की जाएगी जिससे लोगों को सर्दी से राहत मिल सके।