अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच की कोशिश कर रहे किसान शंभू बॉर्डर पर डटे रहे। 101 किसानों का जत्था आगे बढ़ा, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। काफी मशक्कत के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली के लिए पैदल मार्च स्थगित कर दिया।
Farmers Protest: अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच की कोशिश कर रहे किसान शंभू बॉर्डर पर डटे रहे। 101 किसानों का जत्था आगे बढ़ा, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। काफी मशक्कत के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली के लिए पैदल मार्च स्थगित कर दिया।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि कम से कम 8 किसान घायल हुए हैं और उनमें से एक को चंडीगढ़ पीजीआई ले जाया गया है। साथ ही कहा, हमने ‘जत्था’ (101 किसानों का समूह) वापस बुला लिया है। इससे पहले भी बीते दिन किसानों ने दिल्ली जाने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया था, जिसके कारण किसानों का जत्था वापस लौट आया था।
दिल्ली कूच स्थगित करने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि बैठक के बाद हमने जत्थे को वापस बुलाने का फैसला किया है, हमने शांतिपूर्ण तरीके से हरियाणा की ओर प्रवेश करने की कोशिश की। हमें पता था कि 101 किसानों का जत्था हरियाणा पुलिस का सामना करने लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सोचती है कि उनके पास प्रचार की शक्ति है। वे प्रचार कर रहे हैं कि हमारे पास हथियार हैं।
किसान नेता ने कहा कि आज मीडियाकर्मियों को विरोध स्थल में प्रवेश करने से रोक दिया गया। साथ ही कहा कि पुलिस ने फूल बरसाने के ठीक बाद किसानों पर धुएं के कैन और रबर की गोलियां बरसाई। आज 6-8 किसान घायल हो गए और एक घायल को पीजीआई, चंडीगढ़ रेफर किया गया है। पंढेर ने कहा कि कल हम दोनों किसान संगठन मिलेंगे और फिर हम आगे की कार्रवाई तय करेंगे। कल हम प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और आगे के प्लान के बारे में बताएंगे।