घटना सोमवार दोपहर 12 बजे की है। दुर्गा सोनकर ने गंगा नदी में अपने बच्चों के साथ छलांग लगा दी। ये देख वहां मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके साथ ही ग्रामीणों ने दुर्गा सोनकर और उसके बच्चों को बचाने की कोशिश की। उधर, दोपहर 1:50 बजे दुर्गा सोनकर को मुस्तफाबाद रेता के सामने गंगा में बहता हुआ देखा गया।
वाराणसी। वाराणसी के चिरईगांव चौबेपुर थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव में एक बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पारिवारिक कलह में चांदपुर निवासी 30 वर्षीय दुर्गा सोनकर ने अपने दो बेटों के साथ गंगा नदी में छलांग लगा दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू की। इस दौरान दुर्गा सोनकर को किसी तरह से बाहर निकाल लिया गया लेकिन उसके दोनों बच्चों का पता नहीं चल सका।
बताया जा रहा है, घटना सोमवार दोपहर 12 बजे की है। दुर्गा सोनकर ने गंगा नदी में अपने बच्चों के साथ छलांग लगा दी। ये देख वहां मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके साथ ही ग्रामीणों ने दुर्गा सोनकर और उसके बच्चों को बचाने की कोशिश की। उधर, दोपहर 1:50 बजे दुर्गा सोनकर को मुस्तफाबाद रेता के सामने गंगा में बहता हुआ देखा गया। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए उसे बाहर निकाला और निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, दुर्गा सोनकर के दोनों पुत्र संदीप (07) और आशीष (05) लापता हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
बच्चों की तलाश में स्थानीय गोताखोर के साथ पुलिस प्रशासन लगी हुई है लेकिन अभी तक उनका पता नहीं चल सका। घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व सांसद रामकिशुन यादव मौके पर पहुंचे। उन्होंने जिला प्रशासन से गंगा किनारे सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की मांग की, जिससे भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। वहीं, पुलिस गोताखोरों की मदद से बच्चों की तलाश करने में जुटी हुई है। घटना के पीछे पारिवारिक कलह बताया जा रहा है।