FIH Awards 2024, FIH Men' Player Of The Year and Goalkeeper Of The Year: एफआईएच अवॉर्ड में भारत के हॉकी खिलाड़ियों का दबदबा देखने को मिला है। इस बार टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 'मेंस प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड' जीता है, जबकि दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश को 'एफआईएच गोलकीपर ऑफ द ईयर' के अवॉर्ड से नवाजा गया है।
FIH Awards 2024, FIH Men’ Player Of The Year and Goalkeeper Of The Year: एफआईएच अवॉर्ड में भारत के हॉकी खिलाड़ियों का दबदबा देखने को मिला है। इस बार टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने ‘मेंस प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड’ जीता है, जबकि दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश को ‘एफआईएच गोलकीपर ऑफ द ईयर’ के अवॉर्ड से नवाजा गया है।
दरअसल, ओमान में 49वीं एफआईएच कांग्रेस में शुक्रवार रात कप्तान हरमनप्रीत सिंह और भारत की जूनियर मेंस टीम के कोच पीआर श्रीजेश सम्मानित किया गया। भारतीय कप्तान ने नीदरलैंड के जोएप डी मोल और थियरी ब्रिंकमैन, जर्मनी के हेंस मुलर और इंग्लैंड के जैक वालेस जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ते हुए प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड अपने नाम किया है। उन्होंने तीसरी बार इस अवॉर्ड को जीता है।
एफआईएच अवॉर्ड जीतने के बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, “सबसे पहले तो मैं इस सम्मान के लिए एफआईएच का आभार व्यक्त करता हूं। ओलंपिक में मेडल जीतकर अपने वतन लौटना शानदार रहा, जहां हमारा स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. यह बहुत ही खास एहसास था, मैं यहां पर अपने साथियों का जिक्र करना चाहूंगा, आपके बिना यह कुछ भी संभव नहीं हो पाता।”
बता दें कि पेरिस ओलंपिक में हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने ब्रांज मेडल अपने नाम किए थे। इस दौरान ओलंपिक में हरमनप्रीत ने सबसे ज्यादा 10 गोल किए थे। उन्होंने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल के अलावा ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारत के लिए गोल दागे थे।
दूसरी तरफ, पेरिस ओलंपिक के बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास लेने वाले भारत के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने नीदरलैंड के पिरमिन ब्लैक, स्पेन के लुइस कैलजाडो, जर्मनी के जीन पॉल डेनेबर्ग और अर्जेंटीना के टॉमस सैंटियागो को पछाड़कर ‘एफआईएच गोलकीपर ऑफ द ईयर’ अपने नाम किया है। श्रीजेश ने भी तीसरी बार यह अवॉर्ड अपने नाम किया है।
एफआईएच अवॉर्ड जीतने पर पीआर श्रीजेश ने कहा, “मैं आज बहुत खुश हूं, मेरे खेल करियर के इस आखिरी खेल सम्मान के लिए शुक्रिया। यह पुरस्कार पूरी तरह से मेरी टीम का है, डिफेंस का है जिसने यह सुनिश्चित किया कि ज्यादातर हमले मुझ तक न पहुंचें। यह पुरस्कार मिडफील्डर और फॉरवर्ड का है जिन्होंने मैंने जितने गोल खाए उससे अधिक गोल करके मेरी गलतियों को छुपाया।”