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अखिलेश यादव के भाई प्रतीक से मांगी गई चार करोड़ की रंगदारी, पॉस्को एक्ट में भी फंसाने की मिली धमकी

प्रतीक यादव ने अपनी एफआईआर में बताया कि, कृष्णानंद पांडेय से उनकी मुलाकात 2011-12 में हुई थी, जिसके बाद कृष्णानंद लगातार बिजनेस का प्रस्ताव लेकन आने लगे। इसके साथ ही लगातार उनसे मेलजोल बढ़ाने लगे। करीब दो-तीन साल लगातार मेलजोल बढ़ाने पर कृष्णानंद पांडेय की बातों में आ गया।

By शिव मौर्या 
Updated Date

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के भाई प्रतीत यादव को पॉस्को एक्ट में फंसाने की धमकी दी गई। उन्होंने राजधानी के गौतमपल्ली थाने में चिनहट के पूर्वांचल सिटी निवासी रियल एस्टेट कारोबारी कृष्णानंद पांडे, उनकी पत्नी वंदना पांडेय और पिता अशोक पांडेय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। प्रतीक का आरोप है कि, इन्होंने निवेश के नाम पर उनसे लाखों रुपये लिए। जब इनकी असलियत पता लगी तो रुपयों की मांग की, जिसके बाद ये टालमटोल करते हुए पॉस्को एक्ट में फंसाने की धमकी देने लगे। उन्होंने कहा, इतना ही नहीं आरोपियों ने उनसे चार करोड़ की रंगदारी भी मांगी।

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2011-12 में हुई कृष्णानंद पांडेय और प्रतीक यादव की मुलाकात
प्रतीक यादव ने अपनी एफआईआर में बताया कि, कृष्णानंद पांडेय से उनकी मुलाकात 2011-12 में हुई थी, जिसके बाद कृष्णानंद लगातार बिजनेस का प्रस्ताव लेकन आने लगे। इसके साथ ही लगातार उनसे मेलजोल बढ़ाने लगे। करीब दो-तीन साल लगातार मेलजोल बढ़ाने पर कृष्णानंद पांडेय की बातों में आ गया।

रियल एस्टेट से जुड़ा है आरोपी
प्रतीक यादव ने बताया कि, आरोपी कृष्णानगर पांडेय रियल एस्टेट कारोबार से जुड़ा हुआ था और लगातार मेलजोल बढ़ाने के कारण वो उसक बातों में आ गए। इसके बाद एक कंपनी 25 मई 2015 को बनाई। इसमें कृष्णानंद पांडेय और यूएस विस्ट को निदेशक और प्रतीक यादव को प्रमोटर बनाया गया। इसके बाद प्रतीक यादव ने कंपनी में निवेश किया। यही नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि, आरोपी ने लगातार अपने परिवारिक स्थिति को हवाला देकर उनसे रुपये भी उधार लिए। उसकी बातों में आकर प्रतीक ने कई बार उसे पैसे दिए।

रुपये लेने के लिए बनाए तरह तरह के बहाने
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के भाई ने अपनी तहरीर में बताया कि, साल 2020 में प्रतीक कोविड की चपेट में आ गए। इसी दौरान सितंबर 2022 में मां का, अक्तूबर 2022 में पिता का और नवंबर 2022 में मामा का निधन हो गया। मानसिक तनाव व बीमारी के चलते प्रतीक का मेदांता अस्पताल में इलाज चलने लगा। इसी का फायदा उठाकर कृष्णानंद पांडेय उनसे पैसे लेने के लिए तरह-तरह की बातें करने लगा। इस साजिश में उसकी पत्नी वंदना पांडेय और पिता अशोक कुमार पांडेय भी शामिल रहे।

रुपये मांगने पर दी पॉस्को में फंसाने की धमकी
प्रतीक यादव का आरोप है कि, कृष्णानंद पांडेय की हकीकत पता लगी कि वो बहुत ही गलत व्यक्ति है, जिसने अपने संपर्कों और करीबियों का दुरुपयोग किया। इसके बाद कृष्णानंद पांडेय ेस हिसाब मांगना शुरू किया तो वो टालमटोल करने लगा। बाद में उसने उनको पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर मामलों में फंसाने की धमकी ईमेल और वॉट्सऐप पर दी। परिवार की छवि खराब करने के लिए एक फर्जी ऑडियो क्लिप वायरल करने की धमकी भी दी। यही नहीं, कृष्णानंद पांडेय और उसकी पत्नी वंदना पांडेय ने फोन और ईमेल के जरिए चार करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी।

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