मां कहने को इस छोटे से शब्द में पूरी दुनिया छिपी है। मां के लिए क्या कहा जाये इसके आगे पूरी दुनिया के शब्द छोटे और फीके से लगते है। मां को शब्दोंं में नहीं बयां किया जा सकता। आज 12 मई को मदर्स डे है।
मां …कहने को इस छोटे से शब्द में पूरी दुनिया छिपी है। मां के लिए क्या कहा जाये इसके आगे पूरी दुनिया के शब्द छोटे और फीके से लगते है। मां को शब्दोंं में नहीं बयां किया जा सकता। आज 12 मई को मदर्स डे है।
इस दिन अपनी मां को स्पेशल फील कराने के लिए कुछ मशहूर शायरों की पक्तियां है और विश है जो उन्हें भेज कर या बोल कर इस दिन को खास बनाया जा सकता है। तो आज अपनी मां को इस स्पेशल दिन पर इन पक्तियों के अपनी भावनाओं को शेयर करें और स्पेशल फील कराएं।
आज मेरा फिर से मुस्कुराने का मन किया,
माँ की ऊँगली पकड़कर घूमने जाने का मन किया।
– हरिवंश राय बच्चन
उंगलियाँ पकड़कर माँ ने मेरी मुझे चलना सिखाया है,
खुद गीले में सोकर माँ ने मुझे सूखे बिस्तर पे सुलाया है।
– हरिवंश राय बच्चन
हर रिश्ते में मिलावट देखी
कच्चे रंगों की सजावट देखी
लेकिन जब भी अपनी मां को देखा
उसके चेहरे कभी थकावट नहीं देखी।
हैप्पी मदर्स डे
मांग लूं यह मन्नत कि फिर यही जहाँ मिले
फिर तेरी गोद मिले, फिर तू ही मां मिले।
हैप्पी मदर्स डे
चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है
-मुनव्वर राना
छू नहीं सकती मौत भी आसानी से इसको
यह बच्चा अभी माँ की दुआ ओढ़े हुए है
-मुनव्वर राना