यूपी (UP) के प्रतापगढ़ जिले (Pratapgarh District) में एक गर्भवती महिला की मौत ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यह कोई साधारण मामला नहीं था। महिला के शव को गेहूं के खेत में फेंका गया, पुलिस को सूचना मिली और फिर जो राज खुला, उसने सबको चौंका दिया। चार महीने की गर्भवती महिला की गर्भपात के दौरान मौत हो गई थी, लेकिन उसके बाद जो किया गया, वह इंसानियत को झकझोर देने वाला था।
यूपी। यूपी (UP) के प्रतापगढ़ जिले (Pratapgarh District) में एक गर्भवती महिला की मौत ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यह कोई साधारण मामला नहीं था। महिला के शव को गेहूं के खेत में फेंका गया, पुलिस को सूचना मिली और फिर जो राज खुला, उसने सबको चौंका दिया। चार महीने की गर्भवती महिला की गर्भपात के दौरान मौत हो गई थी, लेकिन उसके बाद जो किया गया, वह इंसानियत को झकझोर देने वाला था।
जांच में सामने आया है कि महिला का अपने प्रेमी इरफान (Irfan Khan Lover) से अफेयर चल रहा था। 4 महीने पहले विवाहिता गर्भवती हुई तो वह अपने ससुराल से 2 अप्रैल को प्रेमी के साथ गर्भपात कराने लालगंज इलाके के एक नर्सिंग होम पहुंच गई। मृतका की पहचान शहनाज़ बानो के रूप में हुई है, जो अंतू थाना क्षेत्र के जगदीश गांव निवासी मकबूल अहमद (Maqbool Ahmed) की पत्नी थी। मकबूल सऊदी अरब (Maqbool Saudi Arabia) में नौकरी करता है, जबकि शहनाज़ अपने ससुर के साथ घर में रहती थी।
गर्भपात के दौरान मौत, फिर शव को छिपाने की साजिश
पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा करते हुए बताया कि शहनाज़ और इरफान दोनों ने मिलकर गर्भपात करवाने की योजना बनाई थी। वे लालगंज स्थित संजीवनी अस्पताल पहुंचे, जहां गर्भपात के दौरान अधिक ब्लीडिंग के कारण महिला की मौत हो गई। घबरा कर इरफान और अस्पताल में मौजूद डॉक्टर नफीस ने महिला का शव चुपचाप बाइक पर रखकर गौतमपुर वार्ड के गेहूं के खेत में फेंक दिया और फरार हो गया।
गैर इरादतन हत्या का केस, दोनों आरोपी जेल भेजे गए
पुलिस ने इस पूरे मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए गैर इरादतन हत्या (IPC 304) के तहत केस दर्ज कर प्रेमी इरफान और डॉक्टर नफीस को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार, प्रेमी अपनी करतूत छिपाने की फिराक में था, लेकिन हकीकत सामने आने के बाद उसे अब कानून का सामना करना होगा।
अस्पताल और अल्ट्रासाउंड सेंटर सील, डॉक्टरों पर मुकदमा दर्ज
घटना के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी सक्रिय हो गया। SDM लालगंज और डिप्टी CMO डॉ. राजेश कुमार की टीम ने मौके पर पहुंचकर संजीवनी नर्सिंग होम (Sanjivani Nursing Home) को तत्काल सील कर दिया। साथ ही, कल्पना अल्ट्रासाउंड सेंटर (Kalpana Ultrasound Centre) पर भी अवैध गर्भपात कराने के आरोप में कार्रवाई की गई। डॉक्टर हसनैन के खिलाफ भी लालगंज कोतवाली (Lalganj Police Station) में मुकदमा दर्ज हुआ है।