IND vs ENG 1st T20I: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज का आगाज आज यानी 22 जनवरी से होने जा रहा है। सीरीज का पहला मैच कोलकाता के ईडेन गार्डन में खेला जाएगा, जिसमें सूर्य कुमार यादव की कप्तानी वाली भारतीय टीम के सामने जोस बटलर की अगुवाई वाली इंग्लैंड टीम होगी। इस मैदान पर दोनों टीमों के बीच यह दूसरा टी20आई मैच होगा। इससे पहले 2011 में इंग्लैंड ने 6 विकेट से जीत दर्ज की था। ऐसे में भारत कोलकाता में इंग्लैंड से हिसाब बराबर करने उतरेगा। हालांकि, सीरीज के पहले मैच में टॉस काफी अहम रहने वाला है।
IND vs ENG 1st T20I: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज का आगाज आज यानी 22 जनवरी से होने जा रहा है। सीरीज का पहला मैच कोलकाता के ईडेन गार्डन में खेला जाएगा, जिसमें सूर्य कुमार यादव की कप्तानी वाली भारतीय टीम के सामने जोस बटलर की अगुवाई वाली इंग्लैंड टीम होगी। इस मैदान पर दोनों टीमों के बीच यह दूसरा टी20आई मैच होगा। इससे पहले 2011 में इंग्लैंड ने 6 विकेट से जीत दर्ज की था। ऐसे में भारत कोलकाता में इंग्लैंड से हिसाब बराबर करने उतरेगा। हालांकि, सीरीज के पहले मैच में टॉस काफी अहम रहने वाला है।
दरअसल, कोलकाता में तापमान 24 डिग्री रहने की उम्मीद है और शाम को ड्यू (ओस) की वजह से गेंदबाजों को परेशानी हो सकती है। इसी के अनुसार, टीमों ने गीली गेंद से भी प्रैक्टिस किया है। ड्यू फैक्टर को देखते हुए टॉस जीतने वाले कप्तान पहले गेंदबाजी का फैसला कर सकते हैं, क्योंकि दूसरी पारी में गेंदबाजी और भी ज्यादा मुश्किल होने वाली है। दूसरी तरफ, बल्लेबाजों के लिए रन बटोरना आसान हो जाएगा। आईपीएल 2024 के दौरान ईडन गार्डन्स पर औसत पहली पारी का कुल स्कोर 198 था और सात में से चार मैच लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों ने जीते थे। हालांकि, 2021 से ईडन गार्डन्स में खेले गए टी20I में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने भी चार में से तीन बार जीत हासिल की है।
ईडन गार्डन की पिच रिपोर्ट पर नजर डालें तो यह एक फ्रेश पिच नहीं होगी, क्योंकि इस वेन्यू पर मौजूदा घरेलू सत्र के दौरान कई एज-ग्रुप मैच हो चुके हैं। लेकिन, क्यूरेटर सुजान मुखर्जी के गाइडेंस में ग्राउंड स्टाफ ने इस मैच के लिए खेल के अनुकूल ट्रैक तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की है। विकेट पर तेज गेंदबाजों के लिए थोड़ी घास और उछाल होगी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से सूर्यास्त के बाद भारी ओस की वजह से गेंदबाजों के लिए गीली गेंद को नियंत्रित करना एक चुनौती होगी। चूंकि ओस जल्दी पड़ रही है, इसलिए उम्मीद है कि दोनों पक्ष परिस्थितियों से समान रूप से प्रभावित होंगे।