कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बांग्लादेश में हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि, बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, मानवाधिकार हनन और 1971 के मुक्ति संग्राम की स्मृतियों को जो ख़त्म करने का प्रयास किया जा रहा है वो भारत व बांग्लादेश के रिश्तों को कमज़ोर करने की कोशिश है।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बांग्लादेश में हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि, बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, मानवाधिकार हनन और 1971 के मुक्ति संग्राम की स्मृतियों को जो ख़त्म करने का प्रयास किया जा रहा है वो भारत व बांग्लादेश के रिश्तों को कमज़ोर करने की कोशिश है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि, बांग्लादेश में लगातार धार्मिक अल्पसंख्यकों, ख़ासकर हमारे हिंदू भाई-बहनों पर अत्याचार हो रहा है। हिन्दू समुदाय के एक बड़े नेता भाबेश चंद्र रॉय की क्रूरतापूर्ण हत्या इस बात का सबूत है कि नरेंद्र मोदी जी की बांग्लादेश के चीफ़ एडवाइज़र के साथ मुस्कुराने वाली बैठक विफ़ल रही।
बांग्लादेश में लगातार धार्मिक अल्पसंख्यकों, ख़ासकर हमारे हिंदू भाई-बहनों पर अत्याचार हो रहा है।
हिन्दू समुदाय के एक बड़े नेता श्री भाबेश चंद्र रॉय की क्रूरतापूर्ण हत्या इस बात का सबूत है कि @narendramodi जी की बांग्लादेश के चीफ़ एडवाइज़र के साथ मुस्कुराने वाली बैठक विफ़ल रही।…
— Mallikarjun Kharge (@kharge) April 19, 2025
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संसद में दिए गए भारत सरकार के उत्तर के अनुसार, इससे पहले दो महीनों में ही हिन्दुओं पर 76 हमले हुए, जिसमें 23 हिन्दू मारे गए। अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर भी हमले जारी हैं। हाल ही में बांग्लादेश के चीफ़ एडवाइज़र ने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के बारे में एक बेहद निंदनीय और निराशाजनक टिप्पणी की थी।
उन्होंने आगे लिखा, बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, मानवाधिकार हनन और 1971 के मुक्ति संग्राम की स्मृतियों को जो ख़त्म करने का प्रयास किया जा रहा है वो भारत व बांग्लादेश के रिश्तों को कमज़ोर करने की कोशिश है। 1971 से लेकर आज तक, भारत ने हमेशा बांग्लादेश के सभी लोगों की शांति और समृद्धि चाही है, इसी में उपमहाद्वीप की भलाई है।