यूपी की राजधानी लखनऊ की निवासी कृतिका शुक्ला ने यूपीएससी की परीक्षा-2022 में 129 वीं रैंक हासिल किया था। लेकिन कृतिका शुक्ला के नाम का गलत उपयोग करते हुए प्रतापगढ़ के कुंडा तहसील की कृतिका शुक्ला ने 129 वीं रैंक में आईएस बनने की फर्जी खबरें फैला दी।
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ की निवासी कृतिका शुक्ला ने यूपीएससी की परीक्षा-2022 में 129 वीं रैंक हासिल किया था। लेकिन कृतिका शुक्ला के नाम का गलत उपयोग करते हुए प्रतापगढ़ के कुंडा तहसील की कृतिका शुक्ला ने 129 वीं रैंक में आईएस बनने की फर्जी खबरें फैला दी। मीडिया भी उनके झांसे में आ गई। इसके बाद उनके परिजनों ने भी मीडिया को जमकर इंटरव्यू दिए। भाई, चाचा, नानी सब अपनी कृतिका की उपलब्धियों का बखान करते नहीं थक रहे थे। जालसाज कृतिका के झांसे में आकर जनप्रतिनिधियों ने बधाई देते हुए कहा था कि कृतिका की सफलता से कुंडा तहसील का सम्मान बढ़ा है।
इस फर्जीवाड़े की जानकारी जब यूपी कैडर में आईपीएस अधिकारी कृतिका शुक्ला को हुई तो उन्होंने इस जालसाज से संपर्क किया। फर्जीवाड़े का पर्दाफाश होने की जानकारी जब फर्जी आईएएस बनने वाली कृतिका शुक्ला व उसके पिता को हुई तो गिड़गिड़ाने लगे।
भविष्य में मुझसे दोबारा गलती नहीं होगी और उनके नाम का फिर इस्तेमाल नहीं करूंगी : फर्जी आईएएस कृतिका
मेरा नाम कृतिका शुक्ला है आप सब मुझे एक आईएएस अधिकारी के रूप में जानते हैं। मैं आईएएस आफिसर नहीं हूं। मैं आज तक जिनकी आईडेंटिटी यूज करती रही थी। वह यूपी कैडर में आईपीएस आफिसर हैं। ये मुझसे गलती हो गई है। भविष्य में मुझसे दोबारा गलती नहीं होगी और उनके नाम का फिर इस्तेमाल नहीं करूंगी।
अगर आगे कुछ ऐसा करती मैं और मेरी बेटी सजा भुगतने के लिए तैयार हैं : फर्जी आईएएस का पिता
फर्जी आईएएस आफिसर के पिता कौशलेश कुमार शुक्ला ने कहा कि मेरी बेटी कृतिका शुक्ला आईपीएस मैडम कृतिका शुक्ला का नाम अपने फायदे और रुतबे के लिए इस्तेमाल कर रही थी जो मेरी जानकारी में नहीं था। अब वो बात मेरी जानकारी में आ गई है। आगे से मैं ध्यान रखूंगा का कि मेरी बेटी आगे से कोई ऐसा कार्य न करे। अगर आगे कुछ ऐसा करती मैं और मेरी बेटी सजा भुगतने के लिए तैयार हैं।