Middle East War : इजरायल (Israel) ने 2 अक्टूबर को ईरान के हमले का बदला लेते हुए तेहरान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। जिसके बाद अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है कि वह इजरायल से बदला लेने की बात मन से निकाल दे। ताकि पश्चिम एशिया में जारी तनाव कम हो। हालांकि, ईरान पर अमेरिका की चेतावनी का कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। अब वह एक बार फिर इजरायल पर हमला करने के लिए अड़ा हुआ है।
Middle East War : इजरायल (Israel) ने 2 अक्टूबर को ईरान (Iran) के हमले का बदला लेते हुए तेहरान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। जिसके बाद अमेरिका ने ईरान (Iran) को चेतावनी दी है कि वह इजरायल से बदला लेने की बात मन से निकाल दे। ताकि पश्चिम एशिया में जारी तनाव कम हो। हालांकि, ईरान पर अमेरिका की चेतावनी का कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। अब वह एक बार फिर इजरायल पर हमला करने के लिए अड़ा हुआ है।
ईरान (Iran) का कहना है कि वह अपनी रक्षा करने के लिए जरूरी कदम उठाएगा। उसे अपनी आत्मरक्षा का अधिकार है। इजरायली हमले (Israeli attacks) में उसके चार सैनिक मारे गए हैं। ईरान की धमकी के बाद मिडिल ईस्ट में बड़े युद्ध का खतरा मंडराने लगा है। इजरायल ने कहा कि अगर उसने हमलों का जवाब देने के बारे में सोचा भी तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इसके बाद अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन ने ईरान से संघर्ष को आगे न बढ़ाने को कहा है।
इजरायल के खिलाफ ईरान के साथ-साथ लेबनान का कट्टरपंथी संगठन हिजबुल्लाह (Hezbollah) भी हमले को तैयार बैठा है। उसने कहा है कि वह पहले ही उत्तरी इजरायल में पांच आवासीय इलाकों पर रॉकेट लांच कर चुका है। हिजबुल्लाह ने बाद में इजरायल के एक दर्जन इलाकों को खाली कराने की चेतावनी जारी की। इजरायली सेना का कहना है कि शनिवार को सीमा पर 80 प्रोजेक्टाइल फायर किए गए।