न आकंड़ों से साफ है कि, शिक्षा के क्षेत्र में अब भी कई चुनौतियां बनी हुई हैं। दरअसल, सोमवार को शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से तेलुगु देशम पार्टी के सांसद मथुकुमिली श्रीभारत के सवाल के जवाब में बताया कि देशभर में 11 लाख 70 हजार से ज्यादा छात्र स्कूल में दाखिला पाने से वंचित हैं।
नई दिल्ली। ‘स्कूल चले हम’ का अभियान सिर्फ कागजों में ही दिख रहा है। सरकार के लाख दावों के बाद भी एक हैरान करने वाली रिपोर्ट आई है, जिसमें 11.70 लाख ऐसे बच्चों की पहलचान की गई है, जो सकूलों में पढ़ाई नहीं कर रहे हैं। सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में ऐसे बच्चे चिन्हित किए गए हैं, जो शिक्षा से दूर हैं और स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।
दरअसल, इन आकंड़ों से साफ है कि, शिक्षा के क्षेत्र में अब भी कई चुनौतियां बनी हुई हैं। दरअसल, सोमवार को शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से तेलुगु देशम पार्टी के सांसद मथुकुमिली श्रीभारत के सवाल के जवाब में बताया कि देशभर में 11 लाख 70 हजार से ज्यादा छात्र स्कूल में दाखिला पाने से वंचित हैं।
लोकसभा में दिए गए आंकड़े के अनुसार, सबसे गंभीर स्थिति उत्तर प्रदेश की है, जहां लगभग 7 लाख 85 हजार छात्र स्कूली शिक्षा से वंचित हैं। वहीं, झारखंड में यह संख्या 65 हजार,असम में लगभग 64 हजार, गुजरात में भी करीब 54 हजार 5 सौ से अधिक बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।
इसी तरह से मध्य प्रदेश और हरियाणा में भी स्थिति चिंताजनक है, जहां 30 से 40 हजार के बीच छात्र स्कूल नहीं जाते। बिहार, जो शिक्षा के मामले में पहले से ही पिछड़ा हुआ है, वहां भी लगभग 25 हजार बच्चे स्कूल से दूर हैं। शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति का दावा करने वाली दिल्ली में भी लगभग 18 हजार 3 सौ बच्चे स्कूल से बाहर हैं।