लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) में नगर आयुक्त गौरव कुमार (Municipal Commissioner Gaurav Kumar) की कार्यशैली से खफा पार्षद दो दिनों से जमकर हंगामा कर रहे हैं। मंगलवार को जनसुनवाई में नगर आयुक्त गौरव कुमार के नहीं पहुंचने पर एक बार फिर पार्षद बिफर गए।
लखनऊ। लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) में नगर आयुक्त गौरव कुमार (Municipal Commissioner Gaurav Kumar) की कार्यशैली से खफा पार्षद दो दिनों से जमकर हंगामा कर रहे हैं। मंगलवार को जनसुनवाई में नगर आयुक्त गौरव कुमार के नहीं पहुंचने पर एक बार फिर पार्षद बिफर गए। इस दौरान पार्षद पस्त अधिकारी मस्त की नारेबाजी हुई। मौके पर नगर पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा से पार्षदों की काफी बहस भी हुई। नगर आयुक्त गौरव कुमार (Municipal Commissioner Gaurav Kumar) की शिकायत करने के लिए पार्षदों का समूह उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brijesh Pathak) से मिला।

उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brijesh Pathak) को पार्षदों ने बताया कि उनके क्षेत्र में कोई काम नहीं हो रहा। जनसुनवाई में क्षेत्र के लोग समस्या लेकर आए थे, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। ऐसे में लगातार लोगों को दौड़ना पड़ रहा है। पार्षदों का कहना है कि घटना के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी नगर आयुक्त ने पार्षदों से कोई बातचीत नहीं की। पार्षदों ने नगर आयुक्त गौरव कुमार (Municipal Commissioner Gaurav Kumar) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पार्षद नगर आयुक्त के ऑफिस में भी गए, जहां पर डे ऑफिसर डॉक्टर अभिनव वर्मा मौजूद रहे। पार्षदों ने कहा कि डे अफसर सिर्फ कागजों को इधर से उधर करता है, जबकि उसके पास में कोई अधिकार नहीं है। ऐसे में वह कैसे काम करवा सकता है?
सड़क पर बना ली सीढ़ी, पार्षद और पीड़ित लगा रहे गुहार
पार्षद हरीश अवस्थी ने बताया कि उनके क्षेत्र आदर्श नगर, कमता चिनहट में एक बाहुबली ने सड़क पर ही सीढ़ी बना ली है। इसके कारण समस्या हो रही। उनका कहना है कि कई बार इसके लिए गुहार लगाई है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। वहीं, शिकायतकर्ता बृज किशोर पाल ने कहा कि घर के सामने 15 फीट की रोड है, जिस रोड की दूसरी तरफ से रहने वाले शिवकुमार पाल ने अवैध रूप से आधे से ज्यादा सड़क पर जीना बना दिया है, जिससे आवागमन अवरुद्ध होता है तथा सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक है, कोई भी जीने से मेरी बालकनी में कूद कर जानमाल को नुकसान पहुंचा सकता है। कई बार पुलिस की मदद से जीने का कार्य रोका गया, नगर निगम की नोटिस के बावजूद भी मेरे बाहर जाने पर थोड़ा-थोड़ा करके जीना बना दिया गया है।
पार्षद बोले समस्याओं का नहीं हो रहा समाधान
पार्षद शैलेंद्र वर्मा ने कहा कि जनसुनवाई के दिन भी नगर आयुक्त गौरव कुमार (Municipal Commissioner Gaurav Kumar) कार्यालय में नहीं बैठते। उनका कहना है कि हम लोगों के वार्ड की शिकायतों का समाधान नहीं हो रहा। ऐसे में आज जो लोग शिकायत करने आए हैं। उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ा है।
बारिश में लग रहा है डर : पार्षद
पार्षद अमित चौधरी ने कहा कि बारिश आज भी हो रही है। मुझे डर लग रहा है। क्षेत्र में ढक्कन और नाले खुले हुए हैं। जनता हैरान और परेशान है। कोई काम नहीं हो रहा है। समस्या बनी हुई है। हम लोग क्या करें। डर लगा हुआ है। पार्षद प्रतिनिधि संतोष राय ने कहा कि एक दिन पहले ही पार्षदों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया था। इसके बाद आज जनसुनवाई का दिन था, लेकिन डे अफसर तक सुनवाई नहीं कर रहे। नगर आयुक्त भी नहीं हैं, ऐसे में लखनऊ की जनता के काम कैसे होंगे?
पार्षद प्रमोद सिंह राजन बोले 20 दिन से दीवार गिरी किसी ने नहीं सुनी
पार्षद प्रमोद सिंह राजन ने कहा कि नगर आयुक्त ने पार्षदों के साथ में बैठक की थी। इसमें नाली और सड़क संबंधित शिकायत की गई थी। उनका कहना है कि हमारी मांग है कि पार्षदों के क्षेत्र में काम कराया जाए। पार्षद प्रतिनिधि पंकज पटेल ने कहा कि हम लोग कल भी समस्या लेकर आए थे। आज भी आए हैं। क्षेत्र के सीवर ओवरफ्लो, नाले सहित अन्य समस्या है। कोई सुन नहीं रहा है। ऐसे में क्या किया जाए? नाले की दीवार गिर गई है। 25 दिन हो गए हैं। कोई सुन नहीं रहा। अब हम क्या करें?
पार्षद मुकेश सिंह मोंटी ने कहा कि जनसुनवाई के दिन बैठने वाले डे अफसर को ताकत देनी चाहिए। ताकि समस्याओं का तुरंत निदान किया जाए। उनका कहना है कि बारिश के दौरान शहर में मुख्यालय के सामने सड़क पर जलभराव हो जाता है। ऐसे में समस्याओं का समाधान करने के लिए रास्ता निकाला जाना चाहिए।